Saturday, July 5, 2025
35 °c
New Delhi
36 ° Sun
31 ° Mon
Kadwa Satya
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • About us
  • Contact us
  • Home
  • Homepage
  • New Homepage
  • Newsletter
  • Sample Page
Home मनोरंजन बॉलीवुड

अमिताभ ने भगवान दादा की नृत्यशैली को अपनाया

News Desk by News Desk
February 4, 2025
in बॉलीवुड
अमिताभ ने भगवान दादा की नृत्यशैली को अपनाया
Share on FacebookShare on Twitter

..पुण्यतिथि 04 फरवरी के अवसर पर..
मुंबई, 04 फरवरी (कड़वा सत्य) बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की नृत्य शैली के कई दीवाने है, लेकिन खुद अमिताभ बच्चन जिनके दीवाने थे और उनकी नृत्य शैली को अपनाया, लेकिन उस अभिनेता को आज की पीढ़ी नही जानती है, यह अभिनेता थे पचास के दशक के सुपरस्टार भगवान दादा।
फिल्म जगत में भगवान दादा के नाम से मशहूर भगवान आभा जी पल्लव से फिल्मों से जुड़ी कोई भी विधा अछूती नहीं रही। वह ऐसे हसमुख इंसान थे, जिनकी उपस्थिति मात्र से माहौल खुशनुमा हो उठता था। हंसते हंसाते रहने की प्रवृति को उन्होने अपने अभिनय, निर्माण और निर्देशन में खूब बारीकी से उकेरा। उनका यह अंदाज आज भी उनके चहेतों की यादों मे तरोताजा है ।भगवान दादा का जन्म वर्ष 1913 में मुंबई में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता एक मिल वर्कर थे । बचपन के दिनो से भगवान दादा का रूझान फिल्मों की ओर था और वह अभिनेता बनना चाहते थे ।
अपने शुरूआती दौर में भगवान दादा ने श्रमिक के तौर पर काम किया। भगवान दादा ने अपने फिल्मी करियर के शुरूआती दौर में बतौर अभिनेता मूक फिल्मों में काम किया। इसके साथ ही उन्होंने फिल्म स्टूडियो में रहकर फिल्म निर्माण के तकनीक सीखनी शुरू कर दी। इस बीच उनकी मुलाकात स्टंट फिल्मों के नामी निर्देशक जी.पी.पवार से हुयी और वह उनके सहायक के तौर पर काम करने लगे। बतौर निर्देशक वर्ष 1938 प्रदर्शित फिल्म ‘बहादुर किसान’ भगवान दादा के सिने करियर की पहली फिल्म थी जिसमें उन्होंने जी.पी.पवार के साथ मिलकर निर्देशन किया था। इसके बाद भगवान दादा ने ‘राजा गोपीचंद बदला,‘सुखी जीवन,‘बहादुर,‘दोस्ती’ जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया लेकिन ये सभी टिकट खिड़की पर असफल साबित हुयी।
वर्ष 1942 में भगवान दादा ने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रख दिया और ‘जागृति पिक्चर्स’ की स्थापना की। इस बीच उन्होंने अपना संघर्ष जारी रखा और कई फिल्मों का निर्माण और निर्देशन किया, लेकिन इससे उन्हें कोई खास फायदा नही पहुंचा। वर्ष 1947 में भगवान दादा ने अपनी खुद की स्टूडियों कंपनी ‘जागृति स्टूडियो’ की स्थापना की।
भगवान दादा की किस्मत का सितारा वर्ष 1951 में प्रदर्शित फिल्म ‘अलबेला’ से चमका । राजकपूर के कहने पर भगवान दादा ने फिल्म ‘अलबेला’ का निर्माण और निर्देशन किया। बेहतरीन गीत-संगीत और अभिनय से सजी इस फिल्म की कामयाबी ने भगवान दादा को ‘स्टार’ के रूप में स्थापित कर दिया। आज भी इस फिल्म के सदाबहार गीत दर्शकों और श्रोताओंको मंत्रमुग्ध कर देते हैं । सी. .चंद्र के संगीत निर्देशन में भगवान दादा पर फिल्माये गीत ‘शोला जो भड़के दिल मेरा धड़के’ उन दिनों युवाओं के बीच क्रेज बन गये थे। इसके अलावा ‘भोली सूरत दिल के खोटे नाम बड़े और दर्शन छोटे’, ‘ शाम ढ़ले खिड़की तले तुम सीटी बजाना छोड़ दो’ भी श्रोतोओं के बीच लोकप्रिय हुये थे ।
फिल्म अलबेला की सफलता के बाद भगवान दादा ने झमेला, रंगीला, भला आदमी, शोला जो भड़के, हल्ला गुल्ला जैसी फिल्मों का निर्देशन किया लेकिन ये सारी फिल्म टिकट खिड़की पर असफल साबित हुयी हांलाकि इस बीच उनकी वर्ष 1956 में प्रदर्शित फिल्म ‘भागम भाग’ हिट रही। वर्ष 1966 में प्रदर्शित फिल्म लाबेला बतौर निर्देशक भगवान दादा के सिने करियर की अंतिम फिल्म साबित हुयी। दुर्भाग्य से इस फिल्म को भी दर्शको ने बुरी तरह नकार दिया । फिल्म ‘लाबेला’ की असफलता के बाद बतौर निर्देशक भगवान दादा को फिल्मों में काम मिलना बंद कर दिया और बतौर अभिनेता भी उन्हें काम मिलना बंद हो गया।
भगवान दादा को परिवार की जरूरत को पूरा करने के लिये अपना बंग्ला और कार बेचकर एक छोटे से चाल में रहने के लिये विवश होना पड़ा। इसके बाद वह माहौल और फिल्मों के विषय की दिशा बदल जाने पर भगवान दादा चरित्र अभिनेता के रूप में काम करने लगे, लेकिन नौबत यहां तक आ गई कि जो निर्माता-निर्देशक पहले उनको लेकर फिल्म बनाने के लिए लालायित रहते थे। उन्होंने भी उनसे मुंह मोड लिया। इस स्थिति में उन्होंने अपना गुजारा चलाने के लिए फिल्मों में छोटी-छोटी मामूली भूमिकाएं करनी शुर कर दीं । बाद में हालात ऐसे हो गए कि भगवान दादा को फिल्मों में काम मिलना लगभग बंद हो गया। हालात की मार और वक्त के सितम से बुरी तरह टूट चुके हिन्दी फिल्मों के स्वर्णिम युग के अभिनेता भगवान दादा ने चार फरवरी 2002 को गुमनामी के अंधरे में रहते हुये इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
 
कड़वा सत्य

Tags: Amitabh BachchanBollywood superstarbut Amitabh Bachchan himselfdance stylefmany fansMumbaiअमिताभ बच्चनआज की पीढ़ी नही जानतीउनकी नृत्य शैली अपनायाउस अभिनेताकई दीवानेदीवानेनृत्य शैलीपचास दशकबॉलीवुड महानायकमुंबईयह अभिनेतालेकिन खुद अमिताभ बच्चनसुपरस्टार भगवान दादा
Previous Post

वादे करके मुकर जाना, उन वादों को भूलकर नये वादे करना आप-कांग्रेस की फितरतः अनुराग

Next Post

भारत का पहला माइक्रो ड् ा फेस्टिवल थेस्पिस संपन्न

Related Posts

Shweta Bachchan Nanda: श्वेता बच्चन की नेट वर्थ जानकर रह जाएंगे दंग! 160 करोड़ की मालकिन, ऐसे बनाईं अपनी पहचान
देश

Shweta Bachchan Nanda: श्वेता बच्चन की नेट वर्थ जानकर रह जाएंगे दंग! 160 करोड़ की मालकिन, ऐसे बनाईं अपनी पहचान

March 17, 2025
अक्षय ओबेरॉय ने खरीदी वोल्वो सी40
बॉलीवुड

अक्षय ओबेरॉय ने खरीदी वोल्वो सी40

February 6, 2025
वागले की दुनिया एक संवेदनशील कहानी,दर्शक इससे गहराई से जुड़ेंगे: सुमित राघवन
मनोरंजन

वागले की दुनिया एक संवेदनशील कहानी,दर्शक इससे गहराई से जुड़ेंगे: सुमित राघवन

February 6, 2025
33 वर्ष की हुयी नोरा फतेही
मनोरंजन

33 वर्ष की हुयी नोरा फतेही

February 6, 2025
'वीर हनुमान' में बाली और सुग्रीव की दोहरी भूमिका में नजर आयेंगे महीर पांधी
बॉलीवुड

‘वीर हनुमान’ में बाली और सुग्रीव की दोहरी भूमिका में नजर आयेंगे महीर पांधी

February 6, 2025
सैफ अली खान मामले में घरेलू सहायिकाओं ने की आरोपी की पहचान
राजनीति

सैफ अली खान मामले में घरेलू सहायिकाओं ने की आरोपी की पहचान

February 6, 2025
Next Post
भारत का पहला माइक्रो ड्रामा फेस्टिवल थेस्पिस संपन्न

भारत का पहला माइक्रो ड् ा फेस्टिवल थेस्पिस संपन्न

New Delhi, India
Saturday, July 5, 2025
Thundery outbreaks in nearby
35 ° c
50%
13mh
38 c 33 c
Sun
33 c 28 c
Mon

ताजा खबर

आदिवासियों और जंगलों पर संकट: वनाधिकार कानून को कमजोर करने पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर वार

आदिवासियों और जंगलों पर संकट: वनाधिकार कानून को कमजोर करने पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर वार

July 5, 2025
Bihar Heritage Digitization: बिहार की ऐतिहासिक क्रांति! अब कैथी लिपि के अभिलेख होंगे देवनागरी में, सरकार ने की बड़ी साझेदारी

Bihar Heritage Digitization: बिहार की ऐतिहासिक क्रांति! अब कैथी लिपि के अभिलेख होंगे देवनागरी में, सरकार ने की बड़ी साझेदारी

July 4, 2025
Nitish Kumar News: नीतीश कुमार ने किया ‘बापू टावर’ का उद्घाटन, गांधीजी की विरासत को देखने उमड़ी भीड़! जानिए क्या है खास

Nitish Kumar News: नीतीश कुमार ने किया ‘बापू टावर’ का उद्घाटन, गांधीजी की विरासत को देखने उमड़ी भीड़! जानिए क्या है खास

July 4, 2025
Patna Ganga Road Project: पटना में जाम से मिलेगी मुक्ति! नीतीश कुमार ने लिया JP गंगा पथ के इस नए लिंक रोड का जायजा, जानिए क्या होगा फायदा

Patna Ganga Road Project: पटना में जाम से मिलेगी मुक्ति! नीतीश कुमार ने लिया JP गंगा पथ के इस नए लिंक रोड का जायजा, जानिए क्या होगा फायदा

July 4, 2025
Bihar Medical College Expansion: जिस बिहार को कहा जाता था बीमार, अब वही देगा वर्ल्ड क्लास इलाज! जानिए कैसे बदल गई तस्वीर

Bihar Medical College Expansion: जिस बिहार को कहा जाता था बीमार, अब वही देगा वर्ल्ड क्लास इलाज! जानिए कैसे बदल गई तस्वीर

July 4, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result

@ 2025 All Rights Reserved