• About us
  • Contact us
Monday, November 10, 2025
19 °c
New Delhi
slide 1 to 2 of 2
24 ° Tue
24 ° Wed
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home देश

दवाओं के ‘भ् क’ विज्ञापन: सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि के साथ ही आईएमए पर भी उठाए सवाल

News Desk by News Desk
April 23, 2024
in देश
दवाओं के
Share on FacebookShare on Twitter

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (कड़वा सत्य) उच्चतम न्यायालय ने दवाओं के ‘भ् क’ मामले में पतंजलि आयुर्वेद के साथ-साथ इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) पर भी सवाल उठाए हैं और उसे अपने अंदर भी झांकने की नसीहत दी है।
न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ ने अदालती अवमानना मामले में योग गुरु बाबा  देव और पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण से माफीनामे से संबंधित विज्ञापन को उनके कथित भ् क विज्ञापन के आकार से जोड़ते हुए सवार पूछे।
पीठ ने पतंजलि के खिलाफ इस मामले के याचिकाकर्ता आईएमए को भी खुद के अंदर झांकने की नसीहत दी और इसके “अपने सदस्यों के लिए अत्यधिक महंगी और विदेशी दवाओं को निर्धारित करने की अनैतिक गतिविधियों” पर भी विचार किया।
शीर्ष अदालत ने बड़ी संख्या में फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनियों को जांच के दायरे में लेने का फैसला किया और कहा कि वे भ् क विज्ञापनों के जरिए शिशुओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य उपभोक्ताओं को कथित तौर पर धोखा दे रही हैं।
शीर्ष अदालत ने एफएमसीजी कंपनियों द्वारा जारी विज्ञापनों पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार से से भी कई सवाल भी पूछे। अदालत ने केंद्र सरकार से 2018 से (एफएमसीजी कंपनियों द्वारा भ् क विज्ञापनों के लिए) सूचना और प्रसारण मंत्रालय और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा की गई कार्रवाईयों के बारे में बताते हुए एक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया।
पीठ ने कहा, “हम स्पष्ट करना चाहते हैं… हम यहां किसी खास (पक्षकार) का पक्ष नहीं लेने आए हैं। हम जानना चाहते हैं कि एजेंसियां ​​कैसे काम कर रही हैं… हमें लगता है कि यह कानून के शासन की प्रक्रिया का हिस्सा है।”
पीठ के समक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी, बलबीर सिंह और प्रस्तावित अवमाननाकर्ताओं की ओर से पेश अन्य अधिवक्ताओं (बाबा  देव और अन्य ) ने कहा कि उन्होंने इस मामले में देशभर के 67 अखबारों में बिना शर्त माफी मांगने के लिए एक विज्ञापन जारी किया है।
इस पर पीठ ने उनसे पूछा कि क्या यह माफी (वाला विज्ञापन) “भ् क विज्ञापनों” के बराबर है? इसके बाद उन्हें विज्ञापन से संबंधित मूल समाचार पत्र दाखिल करने की अनुमति दी गई।
शीर्ष अदालत ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज से (केंद्र सरकार से) यह भी पूछा कि उसने 29 अगस्त 2023 को सभी राज्यों के लाइसेंसिंग प्राधिकारी को एक पत्र क्यों जारी किया है?
पीठ ने सरकार के वकील से पूछा, “क्या यह मनमाना और दिखावटी प्रयास नहीं है?”
पीठ ने आईएमए की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता पी एस पटवालिया से पूछा, “आप अपने सदस्यों (जो दवाएं लिख रहे हैं) के साथ क्या कर रहे हैं ? हमें आप पर सवाल क्यों नहीं उठाना चाहिए? आप अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते।”
पीठ ने श्री पटवालिया के अनुरोध पर उचित सहायता के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को भी कार्यवाही में एक पक्ष बनाया।
शीर्ष अदालत ने सुनवाई शुरू होते ही उत्सुकता से यह भी जानना चाहा कि वह हस्तक्षेपकर्ता कौन था, जिसने आईएमए पर 1000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने की मांग की गुहार लगाई थीपीठ ने कहा, “हम बहुत उत्सुक हैं।”
शीर्ष अदालत इस मामले में अगली सुनवाई सात मई को करेगी।
 ,  
कड़वा सत्य

Tags: दवाओं के
Previous Post

किसानों को नजरअंदाज कर नहीं कर पायेगा कोई: योगी

Next Post

अपूर्वा अरोड़ा ने ‘फैमिली आज कल’ में परीक्षित जोशी के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया

Related Posts

No Content Available
Next Post
अपूर्वा अरोड़ा ने

अपूर्वा अरोड़ा ने 'फैमिली आज कल' में परीक्षित जोशी के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया

New Delhi, India
Monday, November 10, 2025
Overcast
19 ° c
49%
6.1mh
28 c 19 c
Tue
29 c 19 c
Wed

ताजा खबर

“मैं मुख्यमंत्री नहीं, दुखमंत्री हूँ!” तरनतारन में मान ने सुनाया वो किस्सा, सब हुए भावुक— बोले, यह चुनाव कुर्सी नहीं, आपके बच्चों का भविष्य तय करेगा!

“मैं मुख्यमंत्री नहीं, दुखमंत्री हूँ!” तरनतारन में मान ने सुनाया वो किस्सा, सब हुए भावुक— बोले, यह चुनाव कुर्सी नहीं, आपके बच्चों का भविष्य तय करेगा!

November 8, 2025
जहाँ दूसरी सरकारों की जुबान से मिली चोट , वहीं मान सरकार ने दलित समाज को बनाया पंजाब का ‘गौरव’!” शिक्षा, रोज़गार और सम्मान से सशक्त हुआ दलित वर्ग!

जहाँ दूसरी सरकारों की जुबान से मिली चोट , वहीं मान सरकार ने दलित समाज को बनाया पंजाब का ‘गौरव’!” शिक्षा, रोज़गार और सम्मान से सशक्त हुआ दलित वर्ग!

November 8, 2025
वोट की चोरी से सत्ता, ज़मीन की चोरी से सौदा, महाराष्ट्र में लोकतंत्र का अपहरण

वोट की चोरी से सत्ता, ज़मीन की चोरी से सौदा, महाराष्ट्र में लोकतंत्र का अपहरण

November 8, 2025
बिजेंद्र गोयल ने फेडरेशन गतका कप 2025 का उद्घाटन किया, रूस में होंगे पहले अंतर्राष्ट्रीय पाइथियन सांस्कृतिक खेल

बिजेंद्र गोयल ने फेडरेशन गतका कप 2025 का उद्घाटन किया, रूस में होंगे पहले अंतर्राष्ट्रीय पाइथियन सांस्कृतिक खेल

November 8, 2025
इंडियन क्रॉसवर्ड लीग के छठे राउंड में मोहसिन अहमद पोडियम पर, मैथ्यू मार्कस ने जीता पहला स्थान

वैश्विक इंडियन क्रॉसवर्ड लीग 2025: विदेशी खिलाड़ियों का दबदबा, मैथ्यू मार्कस ने जीता 8वां ऑनलाइन राउंड

November 8, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved