• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Tuesday, July 8, 2025
35 °c
New Delhi
slide 1 to 2 of 2
34 ° Wed
31 ° Thu
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home मनोरंजन

संगीत के जादू से श्रोताओं को भाव विभोर किया   देव बर्मन ने

News Desk by News Desk
October 31, 2024
in मनोरंजन
संगीत के जादू से श्रोताओं को भाव विभोर किया सचिन देव बर्मन ने
Share on FacebookShare on Twitter

..पुण्यतिथि 31 अक्टूबर के अवसर पर..

मुंबई, 31 अक्टूबर (कड़वा सत्य) हर दिल अजीज संगीतकार   देव बर्मन ने अपने संगीत के जादू से श्रोताओं को भाव विभोर किया।

  देव बर्मन का जन्म 01 अक्टूबर 1906 में त्रिपुरा के शाही परिवार में हुआ। उनके पिता नवद्वीप चंद्र देब बर्मन त्रिपुरा के महाराज के बेटे थे।   देव बर्मन के पिता जाने-माने सितार वादक और ध्रुपद गायक थे। एसडी बर्मन की मां का नाम निर्मला देवी था, जो मणिपुर की राजकुमारी थीं।बचपन के दिनों से ही   देव बर्मन का रूझान संगीत की ओर था और वह अपने पिता से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा लिया करते थे। इसके साथ ही उन्होनें उस्ताद बादल खान और भीष्मदेव चट्टोपाध्याय से भी शास्त्रीय संगीत की तालीम ली।अपने जीवन के शुरूआती दौर में   देव बर्मन ने रेडियो से प्रसारित पूर्वोतर लोकसंगीत के कार्यक्रमो में काम किया । वर्ष 1930 तक वह लोकगायक के रूप मे अपनी पहचान बना चुके थे। बतौर गायक उन्हें वर्ष 1933 में प्रदर्शित फिल्म यहूदी की लड़की में गाने का मौका मिला लेकिन बाद मे उस फिल्म से उनके गाये गीत को हटा दिया गया। उन्होंने 1935 में प्रदर्शित फिल्म सांझेर पिदम में भी अपना स्वर दिया लेकिन वह पार्श्वगायक के रुप में कुछ खास पहचान नहीं बना सके।

वर्ष 1944 में संगीतकार बनने का सपना लिये   देव बर्मन मुंबई आ गये, जहां सबसे पहले उन्हें 1946 में फिल्मिस्तान फिल्म एट डेज में बतौर संगीतकार काम करने का मौका मिला, लेकिन इस फिल्म के जरिये वह कुछ खास पहचान नहीं बना पाये। इसके बाद 1947 में उनके संगीत से सजी फिल्म दो भाई के पार्श्वगायिका गीतादत्त के गाये गीत मेरा सुंदर सपना बीत गयाकी कामयाबी के बाद वह कुछ हद तक बतौर संगीतकार अपनी पहचान बनाने में सफल हो गये । इसके कुछ समय बाद   देव बर्मन को मायानगरी मुंबई की चकाचौंध कुछ अजीब सी लगने लगी और वह सब कुछ छोड़कर वापस कलकत्ता चले आये। हांलाकि उनका मन वहां भी नहीं लगा और वह अपने आपको मुबई आने से रोक नहीं पाये।

  देव बर्मन ने करीब तीन दशक के सिने करियर में लगभग नब्बे फिल्मों के लिये संगीत दिया। उनके फिल्मी सफर पर नजर डालने पर पता लगता है कि उन्होंने सबसे ज्यादा फिल्में गीतकार साहिर लुधियानवी के साथ ही की है।सबसे पहले इस जोड़ी ने वर्ष 1951 में फिल्म नौजवान के गीत ठंडी हवाएं लहरा के आये के जरिये लोगों का मन मोहा। वर्ष 195। में ही गुरूदत्त की पहली निर्देशित फिल्म बाजी के गीत ..तदबीर से बिगड़ी हुयी तकदीर बना दे.. में एस.डी.बर्मन और साहिर की जोड़ी ने संगीत  ियों का दिल जीत लिया।एस. डी. बर्मन और साहिर लुधियानवी की सुपरहिट जोड़ी फिल्म प्यासा के बाद अलग हो गयी। एस.डी.बर्मन की जोड़ी गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी के साथ भी बहुत जमी। देवानंद की फिल्मों के लिये एस.डी. बर्मन ने सदाबहार संगीत दिया और उनकी फिल्मों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। बर्मन दा के पसंदीदा निर्माता निर्देशकों में देवानंद के अलावा विमल राय. गुरूदत्त. ऋषिकेश मुखर्जी आदि प्रमुख रहे है।

बर्मन दा की फिल्म जगत के किसी कलाकार या गायक के साथ शायद ही अनबन हुयी हो, लेकिन 1957 में प्रदर्शित फिल्म पेइंग गेस्ट के गाने चांद फिर निकला के बाद लता मंगेशकर और उन्होंने एक साथ काम करना बंद कर दिया। दोनों ने लगभग पांच वर्ष तक एक दूसरे के साथ काम नहीं किया। बाद में बर्मन दा के पुत्र आर. डी. बर्मन के कहने पर लता मंगेशकर ने बर्मन दा के संगीत निर्देशन में फिल्म बंदिनी के लिये मेरा गोरा अंग लेइ ले गाना गाया।संगीत निर्देशन के अलावा बर्मन दा ने कई फिल्मों के लिये गाने भी गाये। इन फिल्मों में सुन मेरे बंधु रे सुन मेरे मितवा. मेरे साजन है उस पार बंदिनी और अल्लाह मेघ दे छाया दे. जैसे गीत आज भी श्रोताओं को भाव विभोर करते है।

एस.डी.बर्मन को दो बार फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ संगीतकार से नवाजा गया है। एस. डी. बर्मन को सबसे पहले वर्ष 1954 मे प्रदर्शित फिल्म टैक्सी ड्राइवर के लिये सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। इसके बाद वर्ष 1973 में प्रदर्शित फिल्म अभिमान के लिये भी वह सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजे गये।फिल्म मिली के संगीत बड़ी सूनी सूनी है की रिकार्डिंग के दौरान एस. डी. बर्मन अचेतन अवस्था मे चले गये। हिन्दी सिने जगत को अपने बेमिसाल संगीत से सराबोर करने वाले   दा 31 अक्टूबर 1975 को इस दुनिया को अलविदा कह गये।

 

कड़वा सत्य

Tags: audiencedidemotionmagicMumbaimusicoverwhelmedsachin dev burmanकियाजादूभावमुंबईविभोरश्रोताओंसंगीतसचिन देव बर्मन
Previous Post

संगीत के जादू से श्रोताओं को भाव विभोर किया   देव बर्मन ने

Next Post

सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, ढाई माह के निचले स्तर पर

Related Posts

बंगलादेश ने भारतीय उच्चायुक्त पवन को तलब किया
विदेश

बंगलादेश ने भारतीय उच्चायुक्त पवन को तलब किया

February 6, 2025
मेक माई ट्रिप ने ‘लव्ड बाय डिवोटिज’ किया लॉन्च
व्यापार

मेक माई ट्रिप ने ‘लव्ड बाय डिवोटिज’ किया लॉन्च

February 6, 2025
एआर रहमान और एड शीरन ने चेन्नई में किया प्रदर्शन
बॉलीवुड

एआर रहमान और एड शीरन ने चेन्नई में किया प्रदर्शन

February 6, 2025
आवाज के जादू से संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज किया लता मंगेश्कर ने
मनोरंजन

आवाज के जादू से संगीत  ियों के दिलों पर राज किया लता मंगेश्कर ने

February 6, 2025
आवाज के जादू से संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज किया लता मंगेश्कर ने
बॉलीवुड

आवाज के जादू से संगीत  ियों के दिलों पर राज किया लता मंगेश्कर ने

February 6, 2025
अक्षय ओबेरॉय ने खरीदी वोल्वो सी40
बॉलीवुड

अक्षय ओबेरॉय ने खरीदी वोल्वो सी40

February 6, 2025
Next Post
सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, ढाई माह के निचले स्तर पर

सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, ढाई माह के निचले स्तर पर

New Delhi, India
Tuesday, July 8, 2025
Partly Cloudy
35 ° c
47%
11.9mh
37 c 29 c
Wed
34 c 28 c
Thu

ताजा खबर

RSS Shatabdi Varsh 2025: RSS शताब्दी वर्ष में हर गांव-घर तक पहुंचेगा, देशभर में होंगे 58 हजार से अधिक हिंदू सम्मेलन, प्रांत प्रचारक बैठक में बड़ा ऐलान

RSS Shatabdi Varsh 2025: RSS शताब्दी वर्ष में हर गांव-घर तक पहुंचेगा, देशभर में होंगे 58 हजार से अधिक हिंदू सम्मेलन, प्रांत प्रचारक बैठक में बड़ा ऐलान

July 7, 2025
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: साझेदारी की कीमत या संप्रभुता का सौदा?

भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: साझेदारी की कीमत या संप्रभुता का सौदा?

July 6, 2025
आदिवासियों और जंगलों पर संकट: वनाधिकार कानून को कमजोर करने पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर वार

आदिवासियों और जंगलों पर संकट: वनाधिकार कानून को कमजोर करने पर कांग्रेस का मोदी सरकार पर वार

July 5, 2025
Bihar Heritage Digitization: बिहार की ऐतिहासिक क्रांति! अब कैथी लिपि के अभिलेख होंगे देवनागरी में, सरकार ने की बड़ी साझेदारी

Bihar Heritage Digitization: बिहार की ऐतिहासिक क्रांति! अब कैथी लिपि के अभिलेख होंगे देवनागरी में, सरकार ने की बड़ी साझेदारी

July 4, 2025
Nitish Kumar News: नीतीश कुमार ने किया ‘बापू टावर’ का उद्घाटन, गांधीजी की विरासत को देखने उमड़ी भीड़! जानिए क्या है खास

Nitish Kumar News: नीतीश कुमार ने किया ‘बापू टावर’ का उद्घाटन, गांधीजी की विरासत को देखने उमड़ी भीड़! जानिए क्या है खास

July 4, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved