• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Sunday, June 8, 2025
41 °c
New Delhi
42 ° Mon
42 ° Tue
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home राजनीति

अंतरिक्ष मलबे से निपटने को एजेंसियों के बीच समन्वय जरूरीः सोमनाथ

News Desk by News Desk
April 16, 2024
in राजनीति
0 0
अंतरिक्ष मलबे से निपटने को एजेंसियों के बीच समन्वय जरूरीः सोमनाथ
Share on FacebookShare on Twitter

बेंगलुरु, 16 अप्रैल (कड़वा सत्य) अंतरिक्ष मलबे और अंतरिक्ष में बढ़ते यातायात से उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर भारतीय अंतरिक्ष संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने मंगलवार को अंतरिक्ष एजेंसियों और संगठनों के बीच समन्वय तथा सहयोग बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।
श्री सोमनाथ ने यहां 42वीं अंतर-एजेंसी अंतरिक्ष मलबा समन्वय समिति (आईएडीसी) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा,“एक साथ काम करने से जोखिमों को कम करने और अंतरिक्ष के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए रणनीतियों, दिशानिर्देशों और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में मदद मिल सकती है।”
उन्होंने अंतरिक्ष में, विशेषकर पृथ्वी-चंद्रमा प्रणालियों और सौर ग्रह अन्वेषण के अन्य क्षेत्रों में बढ़ती भीड़ की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा,“यह भीड़ मुख्य रूप से अंतरिक्ष मलबे के जमाव और उपग्रहों, अंतरिक्ष यान और मिशनों की बढ़ती संख्या के कारण है।”
पृथ्वी की कक्षा से परे अंतरिक्ष अन्वेषण के बढ़ते दायरे को लेकर उन्होंने उन्नत कौशल और क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें जटिल अंतरिक्ष वातावरण को नकारात्मक करने, अंतरिक्ष संपत्तियों का प्रबंधन करने और दूर के खगोलीय पिंडों के लिए मिशन संचालित करने में विशेषज्ञता शामिल है।
आईएडीसी की वार्षिक बैठक के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, श्री सोमनाथ ने कहा कि इसरो के पास अंतरिक्ष अन्वेषण और उपयोग पर केंद्रित एक अच्छी तरह से परिभाषित कार्यक्रम है। उन्होंने कहा,“वर्तमान में इसकी कक्षा में गैर-कार्यात्मक वस्तुओं के साथ 54 अंतरिक्ष यान हैं।”
उन्होंने कहा,“इसरो अपने मिशन समाप्त होने के बाद अंतरिक्ष वस्तुओं को सक्रिय भूमिकाओं से हटाने के लिए सावधानीपूर्वक कार्रवाई करता है और अंतरिक्ष मलबे से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए इन वस्तुओं को सुरक्षित स्थान पर लाने को प्राथमिकता देता है।”
श्री सोमनाथ ने कहा,“इसरो अपने द्वारा लॉन्च किए जाने वाले सिस्टम में सावधानीपूर्वक डिजाइन और सिद्धांतों को लागू करता है, जिसमें रॉकेट या अंतरिक्ष यान के ऊपरी चरण भी शामिल हैं।” उन्होंने कहा,“इसका लक्ष्य अंतरिक्ष के अतिरिक्त मलबे के निर्माण को रोकने के लिए इन प्रणालियों के भीतर सभी ऊर्जावान संभावनाओं को खत्म करना है।”
उन्होंने कहा कि बैठक कक्षीय भविष्यवाणी, टकराव, मलबे का निर्माण, ट्रैकिंग, शमन, गणितीय फॉर्मूलेशन, यांत्रिक डिजाइन, सिद्धांत और अंतरिक्ष मलबे से संबंधित कानूनी मुद्दों जैसे विभिन्न पहलुओं को संबोधित करेगी।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे अंतरिक्ष में मानवीय गतिविधियाँ बढ़ रही हैं, अंतरिक्ष का मलबा बढ़ती चिंता का कारण बन रहा है। अंतरिक्ष मलबे से जुड़े जोखिमों को प्रबंधित करने और कम करने के लिए समाधान और रणनीति विकसित करने हेतु आईएडीसी द्वारा समर्थित सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण हैं।
संतोष. 
कड़वा सत्य

Tags: Coordination among agencies is necessary to deal with space debris: Somnathअंतरिक्षएजेंसियों के बीचनिपटने कोमलबे सेसमन्वय जरूरीःसोमनाथ
Previous Post

बाबा  देव, बालकृष्ण को माफीनामा प्रकाशित करने का एक सप्ताह का मिला मौका

Next Post

भारतीय तटरक्षक ने समुद्र में फंसी नौका को बचाया

Related Posts

इसरो का 100वां प्रक्षेपण भारत की अंतरिक्ष यात्रा में महत्वपूर्ण उपलब्धि: सिंह
देश

इसरो का 100वां प्रक्षेपण भारत की अंतरिक्ष यात्रा में महत्वपूर्ण उपलब्धि: सिंह

January 29, 2025
चीन ने अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के लिए शेनझोउ -19 चालक दल का खुलासा किया
विदेश

चीन ने अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के लिए शेनझोउ -19 चालक दल का खुलासा किया

October 29, 2024
अंतरिक्ष क्षेत्र में स्टार्टअप इकाईयों के लिए एक हजार करोड़ रूपये का कोष बनेगा
देश

अंतरिक्ष क्षेत्र में स्टार्टअप इकाईयों के लिए एक हजार करोड़ रूपये का कोष बनेगा

October 24, 2024
धरती पर सुरक्षित उतरा अंतरिक्ष यान स्टारलाइनर
विदेश

धरती पर सुरक्षित उतरा अंतरिक्ष यान स्टारलाइनर

September 7, 2024
अंतरिक्ष मिशनों को कचरा-मुक्त बनाने की दिशा में बढ रहा है भारत : मुर्मु
देश

अंतरिक्ष मिशनों को कचरा-मुक्त बनाने की दिशा में बढ रहा है भारत : मुर्मु

August 23, 2024
नासा अंतरिक्ष में फंसे यात्रियों की वापसी पर शनिवार को लेगा निर्णय
विदेश

नासा अंतरिक्ष में फंसे यात्रियों की वापसी पर शनिवार को लेगा निर्णय

August 23, 2024
Next Post
भारतीय तटरक्षक ने समुद्र में फंसी नौका को बचाया

भारतीय तटरक्षक ने समुद्र में फंसी नौका को बचाया

New Delhi, India
Sunday, June 8, 2025
Mist
41 ° c
23%
13.7mh
47 c 37 c
Mon
46 c 37 c
Tue

ताजा खबर

Bihar Revenue Ranking 2025: बांका ने मारी बाज़ी! अप्रैल की टॉप राजस्व रैंकिंग में सबसे आगे, जानें आपके जिले का स्थान

CM Rural Setu Yojana: बिहार में बनेंगे 649 नए पुल, गांवों की तस्वीर बदलने को तैयार सरकार!

June 7, 2025
Bihar Labor Minister Geneva: ILO सम्मेलन में बिहार की गूंज! जिनेवा पहुंचे मंत्री संतोष कुमार सिंह, दुनिया के सामने रखेंगे श्रम नीति का मॉडल

Bihar Yuktdhara GIS Planning: Bihar का डिजिटल पंचायत मॉडल! अब हर योजना होगी GPS से ट्रैक – Yuktdhara पोर्टल से गांवों का बदलेगा भविष्य

June 7, 2025
Pax godam yojana Bihar: बिहार में 6,158 नए गोदाम! अब किसान बेचेंगे नहीं, संभालेंगे अपना अनाज – भंडारण से बदलेगा किस्मत का खेल

Pax godam yojana Bihar: बिहार में 6,158 नए गोदाम! अब किसान बेचेंगे नहीं, संभालेंगे अपना अनाज – भंडारण से बदलेगा किस्मत का खेल

June 7, 2025
Bihar Sinchai Yojana: गोपालगंज-सिवान-सारण के किसानों को बड़ी राहत! 2061 करोड़ की योजना से लाखों हेक्टेयर में सिंचाई संभव

Bihar Sinchai Yojana: गोपालगंज-सिवान-सारण के किसानों को बड़ी राहत! 2061 करोड़ की योजना से लाखों हेक्टेयर में सिंचाई संभव

June 7, 2025
Bihar Gramin Setu Yojana 2025: बिहार के गांवों को मिलेंगे 649 नए पुल! पूर्वी चंपारण बना नंबर-1, जानें आपके जिले में बनेगा या नहीं?

Bihar Gramin Setu Yojana 2025: बिहार के गांवों को मिलेंगे 649 नए पुल! पूर्वी चंपारण बना नंबर-1, जानें आपके जिले में बनेगा या नहीं?

June 7, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved