नयी दिल्ली, 31 जनवरी (कड़वा सत्य) कांग्रेस ने अग्निपथ योजना को सेना का मनोबल गिराने, देश की सुरक्षा से खिलवाड़ तथा युवाओं के सपने पर पानी फेरने वाली योजना करार देते हुए बुधवार को कहा कि इससे लाखों युवकों के सपने टूटे हैं।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, पूर्व सैनिक विभाग के प्रमुख सेवानिवृत कर्नल रोहित चौधरी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास तथा एनएसयूआई के अध्यक्ष वरुण चौधरी ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार ने लाखों नौजवानों के सपनों पर हमला किया है और सीमा की चौकसी करने वाले सेना के जवान की घर की जिम्मेदारियों को बढ़ाकर उसके हौसले को कमजोर करने का काम किया है।
श्री खेड़ा ने कहा, “जंग लड़ी तो हथियारों से जाती है लेकिन जीती हौसलों से जाती है। ‘अग्निपथ योजना’ सेना के मनोबल को गिरा रही है, लाखों जवानों के सपनों पर हमला कर रही है। आप घर-गाड़ी किराए पर ले सकते हैं लेकिन फौजी को किराए पर नहीं ले सकते। अगर सीमा पर खड़े जवान को ये विश्वास नहीं होगा कि उसके बाद उसके परिवार का क्या होगा, फिर वो कैसे लड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि देश के एक सेवानिवृत्त जनरल अपनी किताब में बताते हैं कि अग्निपथ योजना को लेकर वे खुद हैरान हो गए थे। ये योजना ऐसे दिमाग की उपज है जो सेना को सलाह देता है कि बादल है, हमला कर दो क्योंकि रडार काम नहीं करेगा। आज देश के युवा समाज में बाहर निकलने से हिचक रहे हैं क्योंकि उनका सपना टूट गया। करीब डेढ़ लाख युवाओं को चयनित होने के बाद भी ज्वाइनिंग नहीं दी गई। ये नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय का ताजा उदाहरण है।
प्रवक्ता ने कहा, “यहां जंतर-मंतर पर बैठे हमारे नौजवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं मिल पाए लेकिन वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले और श्री गांधी ने उन्हें हर कीमत पर न्याय दिलाने का वादा किया है। हम प्रधानमंत्री जी से जानना चाहते हैं कि इन नौजवानों से आपने जो 100 करोड़ रुपए जमा किए, उसका उपयोग इवेंट में किया या नहीं। आप सेना के विशेषज्ञों की सलाह के बिना अग्निपथ जैसी योजना कैसे ले आए।”
सेवनिवृत्त कर्नल रोहित चौधरी ने कहा, “’जय जवान’ अभियान देश की सुरक्षा, सेना और युवाओं को बचाने और न्याय दिलाने के लिए लॉन्च किया गया है। अग्निपथ योजना के कारण सेना, वायु सेना और नौसेना में चयनित करीब 1.5 लाख उम्मीदवार सेना में शामिल होने से वंचित रह गए। रेगुलर सैनिक के मुकाबले अग्निवीरों की ट्रेनिंग और वेतन दोनों कम हैं। ये अग्निवीर जब सेवा से बाहर होंगे तो आने वाले वर्षों में सेना की क्षमता भी घटेगी। मोदी जी, देश को प्राइवेट आर्मी की तरफ धकेल रहे हैं। ‘अग्निपथ योजना’ देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।
उन्होंने कहा “अग्निपथ योजना देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हैं और कांग्रेस सरकार के इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाएंगे। श्री गांधी एक साल से युवाओं और पूर्व सैनिकों से इस बारे में बात कर रहे हैं और उसके बाद से ही हम अग्निपथ के खिलाफ आवाज उठा रहे है। देश की सेनाओं में चयनित 1.5 लाख उम्मीदवारों में से आज कुछ हमारे साथ मौजूद हैं। जिनके सपने एक तुगलकी फरमान के बाद टूट गए। जंतर-मंतर पर कल 01 फरवरी को इन सभी युवाओं के लिए हम एक बड़ा आंदोलन कर रहे हैं, आप सब भी इस लड़ाई में आगे आइए।”
युवा कांग्रेस अध्यक्ष बी वी श्रीनिवास ने कहा, “आजादी से पहले जो अन्याय अंग्रेजी हुकूमत कर रही थी, वही अन्याय आज मोदी सरकार कर रही है। तब गांधी जी न्याय के लिए लड़े थे, आज राहुल गांधी जी लड़ रहे हैं। अग्निपथ योजना से पहले 60 लाख अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरे थे, जिनमें से 1.5 लाख का चयन हुआ लेकिन उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई। इन युवाओं को न्याय दिलाने के लिए 28 फरवरी तक हम घर-घर जाएंगे और न्याय पत्र बनाएंगे।”
एनएसयूआई के प्रमुख वरुण चौधरी ने कहा, “श्री मोदी अक्सर फौज की यूनिफॉर्म पहनते हैं, इसलिए हम उनसे कहना चाहते हैं कि फौज की वर्दी पहनकर फौज का अपमान मत कीजिए। आप देश के युवाओं के जज्बे को कमजोर मत कीजिए। हम मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ ‘जय जवान’ मुहिम लेकर आए हैं।”
अभिनव, यामिनी