ईटानगर, 11 अप्रैल (कड़वा सत्य) अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे 143 उम्मीदवारों में से 115 (81 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि एक उम्मीवार की संपत्ति का ब्योरा नहीं मिल सका है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से यहां जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के चुनावों में 184 में से 131 (71 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति थे।
प्रमुख राजनीतिक दलों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 59 उम्मीदवारों में से 57 (97 प्रतिशत), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के 20 उम्मीदवारों में से 16 (80 प्रतिशत), कांग्रेस के 19 उम्मीदवारों में से 13 (68 प्रतिशत) तथा पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के 11 में से और नौ (82 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।
इनमें से भाजपा उम्मीदवार एवं मुख्यमंत्री पेमा खांडू (जो तवांग में मुक्तो सीट से निर्विरोध चुने गए हैं) सबसे धनी हैं, जिनके पास 332 करोड़ रुपये से अधिक की चल और अचल संपत्ति है।
इसके विपरीत, चांगलांग जिले के बोर्डुम्सा-दियुन निर्वाचन क्षेत्र से अरुणाचल डेमोक्रेटिक पार्टी (एडीपी) के उम्मीदवार मदन तांती 40,000 रुपये की चल संपत्ति के साथ सबसे गरीब हैं।
एडीआर ने अरुणाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे 143 उम्मीदवारों में से 142 के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण किया और बुधवार को अपनी रिपोर्ट जारी की।
इसमें कहा गया है कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर सागली सीट पर निर्विरोध जीतने वाले भाजपा के रातू तेची के स्पष्ट और पूर्ण हलफनामे की अनुपलब्धता के कारण उनका विश्लेशष नहीं किया गया है। विश्लेषण किए गए 142 उम्मीदवारों में से 98 राष्ट्रीय दलों से, 27 राज्य दलों से, चार पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों से और 13 उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहे हैं।
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कड़वा सत्य