काहिरा, 30 जनवरी (कड़वा सत्य) मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संरा राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को वित्त पोषण जारी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
श्री अल-सिसी ने कहा कि फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने युद्धग्रस्त गाजा पट्टी में लोगों को सहायता और राहत प्रदान करने में संरा और उसके विभिन्न संगठनों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर भी चर्चा की।
बयान के अनुसार श्री अल-सिसी और श्री गुटेरेस ने कहा कि यूएनआरडब्ल्यूए को वित्त पोषण जारी रखने से एजेंसी को अपनी मानवीय भूमिका निभाने में मदद मिलेगी।
गौरतलब है कि सोमवार तक कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, फिनलैंड, एस्टोनिया, जापान, ऑस्ट्रिया और रोमानिया यूएनआरडब्ल्यूए के लिए वित्त पोषण रोकने के मामले में अमेरिका के समूह में शामिल हो गए हैं। इज़रायल ने यूएनआरडब्ल्यूए के कई कर्मचारियों पर हमास द्वारा गत सात अक्टूबर को इजरायल में किए गए हमले में संदिग्ध संलिप्तता का आरोप लगाया है।
दोनों नेताओं के बीच बातचीत में मध्य पूर्व की समग्र स्थिति और चल रहे संघर्ष के चक्र के विस्तार के खतरे पर भी चर्चा हुई।
दोनों नेताओं ने मिस्र, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य युद्धविराम पर पहुंचना और हमास-इजरायल बंधकों-कैदियों की अदला-बदली पर समझौता करना और गाजा को जल्द से जल्द बड़ी मात्रा में राहत सहायता पहुंचाना है।
इजरायली अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी समूह द्वारा दक्षिणी इजरायल पर आश्चर्यजनक तरीके से हमला करने के बाद, इजरायल सात अक्टूबर-2023 से गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चला रहा है। हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर लगभग 1,200 इजरायलियों को मार डाला था।
हमास द्वारा गाजा में संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि संघर्ष की शुरुआत के बाद से गाजा पर इजरायली हमलों में मरने वाले फिलीस्तीनियों की संख्या बढ़कर 26,637 हो गई है।
संतोष डेस्क
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