नयी दिल्ली 02 सितंबर (कड़वा सत्य) भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ) ने 2024 के लिए भारत में शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों की अपनी बहुप्रतीक्षित सूची सोमवार को जारी की गयी जिसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे सरकारी श्रेणी में और बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बिट्स) पिलानी निजी श्रेणी में देश में शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज बनने में सफल रहा है।
आईआईआरएफ रैंकिंग की सूची उसकी वेबसाइट पर उपलब्ध है जो देश भर के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की श्रेणी में प्रतिष्ठित आईआईटी बॉम्बे एक बार फिर 2024 के लिए भारत में शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान के रूप में उभरा है। तकनीकी शिक्षा में अग्रणी के रूप में आईआईटी बॉम्बे की स्थिति की यह पुष्टि कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि अकादमिक और शोध क्षेत्रों में उत्कृष्टता की इसकी दीर्घकालिक परंपरा है।
आईआईआरएफ रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे का निरंतर प्रभुत्व इसके निरंतर प्रदर्शन, अत्याधुनिक शोध पहलों और एक मजबूत प्लेसमेंट रिकॉर्ड को दर्शाता है जो पूरे देश से शीर्ष-स्तरीय प्रतिभाओं को आकर्षित करता है। रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे के ठीक पीछे भारत की प्रमुख तकनीकी शिक्षा प्रणाली के दो अन्य दिग्गज आईआईटी मद्रास और आईआईटी दिल्ली हैं। आईआईटी ने अपनी अद्वितीय विशेषज्ञता और नवाचार को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया है, जिसने उन्हें सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज श्रेणी में शीर्ष स्थान दिलाया है। आईआईआरएफ इंजीनियरिंग रैंकिंग 2023 में तीसरे स्थान की तुलना में आईआईटी मद्रास एक स्थान ऊपर चढ़कर दूसरे स्थान पर आ गया।
निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की श्रेणी में बिट्स पिलानी ने 2024 के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में शीर्ष स्थान हासिल किया है। बिट्स पिलानी ने अकादमिक उत्कृष्टता, महत्वपूर्ण शोध योगदान और मजबूत उद्योग संबंधों के अपने अथक प्रयास के कारण यह शीर्ष स्थान अर्जित किया है जो सुनिश्चित करता है कि इसके स्नातक क्षेत्र में सबसे अधिक मांग वाले पेशेवरों में से हैं।
2024 के लिए आईआईआरएफ प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज रैंकिंग में दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी) हैदराबाद हैं। इन संस्थानों ने इंजीनियरिंग शिक्षा परिदृश्य में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें शोध, रोजगारपरकता और अपने पाठ्यक्रम में उद्योग प्रथाओं के एकीकरण पर विशेष जोर दिया गया है।
आईआईआरएफ रैंकिंग को उनकी सावधानीपूर्वक और व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए व्यापक रूप से सम्मानित किया जाता है। प्रत्येक संस्थान का मूल्यांकन कई महत्वपूर्ण कारकों पर किया जाता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि रैंकिंग निष्पक्ष और गहन दोनों हो। 2024 के लिए आईआईआरएफ इंजीनियरिंग रैंकिंग को चार प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इन श्रेणियों को प्रत्येक संस्थान की ताकत की अधिक सूक्ष्म समझ प्रदान करने के लिए पेश किया गया है, जिससे भावी छात्रों, शिक्षकों और नीति निर्माताओं को रुचि और विशेषज्ञता के विशिष्ट क्षेत्रों के आधार पर अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने की अनुमति मिलती है। यह रैंकिंग सात सावधानीपूर्वक परिभाषित मापदंडों पर आधारित है, जिनमें से प्रत्येक संस्थान के प्रदर्शन के समग्र मूल्यांकन में योगदान देता है। इसमें प्लेसमेंट प्रदर्शन (पीपी), शिक्षण सीखने के संसाधन और शिक्षाशास्त्र , शोध (मात्रा, आय और प्रतिष्ठा) , उद्योग आय और एकीकरण, प्लेसमेंट रणनीतियाँ और समर्थन,
भविष्य अभिविन्यास , बाहरी धारणा और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण तथा शैक्षणिक कठोरता और नवाचार शामिल है।
शेखर
कड़वा सत्य