गोरखपुर 13 जनवरी (कड़वा सत्य) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि महिलाओं को सुरक्षा का वातावरण देकर उनके स्वावलंबन और सम्मान के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की तरफ से अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है और उसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
योगी यहां महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के बैनर तले आयोजित मुफ्त सिलाई मशीन वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ही पीएम मोदी ने नारी वंदन अधिनियम पारित कराकर संसद और विधानसभा में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण सुनिश्चित कराया है।
महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के मैदान में हुए समारोह में 1150 महिलाओं और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई मशीनों का वितरण किया गया। सभी को कंबल भी वितरित किया गया। 12 बालिकाओं को सिलाई मशीन व कंबल योगी ने खुद अपने हाथों से प्रदान किए।
उन्नत भारत ग्राम अभियान के मिशन शक्ति के अंतर्गत महिलाओं और बालिकाओं को जेके ग्रुप कानपुर के सहयोग से मुफ्त सिलाई मशीन उपलब्ध कराने की यह अनूठी पहल महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी के सशक्तिकरण के बिना भारत को सशक्त और समर्थ नहीं बनाया जा सकता है। इसके लिए सुरक्षा का वातावरण देकर महिलाओं के स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त करना होगा। सुरक्षा और स्वावलंबन से ही सम्मान का भाव प्रकट होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकार इन तीनों पहलुओं पर पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया। इसके बाद जनधन खातों, उज्ज्वला योजना, पीएम आवास योजना, गरीब कल्याण अन्न योजना, मातृ वंदना जैसी अनेक योजनाओं से इसे नई ऊंचाई मिली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, सामूहिक विवाह योजना व पेंशन की राशि बढ़ाकर महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए कई कार्य शुरू किए हैं। कन्या सुमंगला योजना में चरणबद्ध तरीके से बेटी के जन्म से लेकर स्नातक की पढ़ाई तक 15 हजार रुपये की धनराशि दी जाती है। इस वित्तीय वर्ष से इस राशि को बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया जाएगा। गरीब बेटियों की शादी के लिए भी सरकार 51 हजार रुपये उपलब्ध कराती है।
योगी ने कहा कि पूर्व की सरकारों में निराश्रित महिलाओं को मिलने वाली 300 रुपये की पेंशन राशि को एक हजार रुपये कर इस सरकार ने एक करोड़ निराश्रित महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगो को लाभान्वित किया है। सरकार ने स्वामित्व योजना से ग्रामीण महिलाओं को घरों का मालिकाना हक दिया है तो महिला स्वयं समूहों के जरिये भी महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण देकर सिलाई मशीन उपलब्ध कराने का यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह महिला स्वावलंबन से जुड़ा एक अभिनव प्रयास है। प्रशिक्षण के बाद सिलाई मशीन पर काम शुरू कर ये महिलाएं गोरखपुर को रेडीमेड गारमेंट का हब बनाने में बड़ा योगदान दे सकती हैं। इसके लिए उन्हें समूहों और बाजार से जुड़ना होगा। बाजार से जुड़कर वे प्रतिदिन 500 से 1000 रुपये कमा सकती हैं।
उदय, सोनिया
जारी