गाजा, 29 मई (कड़वा सत्य/शिन्हुआ) इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने मंगलवार को राफा शहर के पास अल-मवासी इलाके में एक शिविर पर हुए बम विस्फोट में अपनी संलिप्तता से इनकार किया, जिसमें कम से कम 21 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए थे।
आईडीएफ ने एक बयान में कहा ,“पिछले कुछ घंटों की रिपोर्टों के विपरीत, आईडीएफ ने अल-मवासी में मानवीय क्षेत्र में हमला नहीं किया।”
आईडीएफ ने यह भी सुझाव दिया कि “हथियारों का छिपा हुआ भंडार” घातक विस्फोटों का वास्तविक कारण हो सकता है।
राफा में सुरक्षा सूत्रों ने पहले ‘शिन्हुआ ’ को बताया था कि इजरायली तोपखाने ने अल-मवासी क्षेत्र में विस्थापितों के लिए तंबुओं पर बमबारी की, जो एक मानवीय क्षेत्र है जहां विस्थापित गाजावासी आईडीएफ के आदेश के आधार पर शरण लेते हैं। स्थानीय चिकित्सा सूत्रों ने ‘शिन्हुआ’ को बताया कि बमबारी में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।
गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि बमबारी में कम से कम 64 लोग घायल हो गए, जिनमें 10 की हालत गंभीर है।
यह घटना उत्तर-पश्चिमी राफा में विस्थापित नागरिकों के तंबुओं पर इजरायल के हवाई हमले के एक दिन बाद हुई, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 45 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
सोमवार को इजरायली सांसदों को संबोधित करते हुए इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार के हवाई हमले को “दुर्भाग्य से कुछ दुखद गलत हुआ” कहा और त्रासदी की जांच करने का वादा किया।
सैनी
कड़वा सत्य/शिन्हुआ