• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Friday, June 13, 2025
35 °c
New Delhi
44 ° Sat
43 ° Sun
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home व्यापार

उच्च वृद्धि दर हासिल करने के लिए अगले सुधारों की दिशा पर विचार करने का समय आ गया: उद्योग जगत

News Desk by News Desk
July 22, 2024
in व्यापार
0 0
उच्च वृद्धि दर हासिल करने के लिए अगले सुधारों की दिशा पर विचार करने का समय आ गया: उद्योग जगत
Share on FacebookShare on Twitter

नयी दिल्ली 22 जुलाई (कड़वा सत्य) उद्योग जगत ने आज संसद में पेश पिछले वित्त वर्ष के आर्थिक सर्वेक्षण पर आज कहा कि जीएसटी और आईबीसी जैसे कई अग्रणी सुधार अब परिपक्व हो चुके हैं इसलिए अब समय आ गया है कि सुधारों की अगली छलांग पर ध्यान दिया जाए, जो देश को और भी अधिक वृद्धि हासिल करने के लिए तैयार करेगी।
उद्योग एवं वाणिज्य संगठन फिक्की के अध्यक्ष डॉ. अनीश शाह ने वित्त वर्ष 2023-24 की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “आज आर्थिक सर्वेक्षण के हिस्से के रूप में प्रस्तुत भारतीय अर्थव्यवस्था के परिदृश्य पर हम बहुत परिपक्व दृष्टिकोण देखते हैं। हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.5-7.0 प्रतिशत की अनुमानित आर्थिक विकास दर थोड़ा कंज़र्वेटिव लग सकता है। लेकिन, हमें लगता है कि भारत जैसे तेज गति से बढ़ने वाले देश के लिए यह वृद्धि उत्साहजनक है। जीएसटी और आईबीसी जैसे कई क्रांतिकारी सुधार अब परिपक्व हो चुके हैं इसलिए अब समय आ गया है कि हम सुधारों की अगली छलांग पर गौर करें जो भारत को और भी अधिक वृद्धि हासिल करने के लिए तैयार करेगी।”
आर्थिक सर्वेक्षण ने भारत के भविष्य के विकास के लिए छह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर फोकस किया है। इनमें निजी निवेश को बढ़ावा देना, एमएसएमई को मजबूत करना, कृषि क्षेत्र के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करना, हरित संक्रमण वित्तपोषण के लिए एक स्पष्ट रूपरेखा तैयार करना, कौशल पर अधिक ध्यान केंद्रित करके शिक्षा-रोजगार की खाई को पाटना और राज्य की क्षमता और योग्यता को मजबूत करना शामिल है। फिक्की इन पहचाने गए क्षेत्रों से पूरी तरह सहमत है और सरकार को दिए गए अपने हालिया सबमिशन में हमने इनमें से प्रत्येक क्षेत्र पर विशिष्ट सिफारिशें साझा की हैं। हमें उम्मीद है कि कल पेश किया जाने वाला केंद्रीय बजट इस बारे में विशिष्ट विवरण प्रदान करेगा कि सरकार इन प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के लिए सभी हितधारकों को कैसे शामिल करेगी।
डॉ. शाह ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को चिन्हित किया गया है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। सबसे पहले, सर्वेक्षण ने सुझाव दिया है कि भारत के लिए गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए निजी क्षेत्र के वित्तपोषण और नए स्रोतों से संसाधन जुटाने का उच्च स्तर महत्वपूर्ण होगा। इसके लिए न केवल केंद्र सरकार से नीतिगत और संस्थागत समर्थन की आवश्यकता होगी बल्कि राज्य और स्थानीय सरकारों को भी समान रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। दूसरा, पिछले तीन वर्षों में अच्छी वृद्धि के बाद निजी पूंजी निर्माण थोड़ा अधिक सतर्क हो सकता है क्योंकि अतिरिक्त क्षमता वाले देशों से सस्ते आयात की आशंका है। तीसरा, यह पता लगाने की आवश्यकता है कि क्या भारत के मुद्रास्फीति लक्ष्य ढांचे को खाद्य को छोड़कर मुद्रास्फीति दर को लक्षित करना चाहिए।
उद्योग परिसंघ सीआईआई के अध्यक्ष   पुरी ने आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भारत के विकास की कहानी के बारे में सर्वेक्षण सकारात्मक है, और मुझे विश्वास है कि वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि सर्वेक्षण में दिए गए पूर्वानुमान को पार कर जाएगी। वित्त वर्ष 2025 के लिए जीडीपी वृद्धि, जो कि शीघ्र ही प्राप्त की जा सकती है, उत्कृष्ट मैक्रो वित्तीय प्रबंधन और सुविधाजनक नीतिगत माहौल द्वारा संचालित है जिसमें पूंजीगत व्यय और मुद्रास्फीति नियंत्रण पर जोर शामिल है। सीआईआई को विश्वास है कि आगे चलकर भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार एजेंडे पर केंद्र, राज्यों और निजी क्षेत्र के बीच आम सहमति से सात प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हासिल करने की क्षमता है।
सर्वेक्षण में इस तथ्य को सही माना गया है कि ग् ीण मांग को बढ़ावा देने के लिए कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। इसी तरह, दूरदराज के इलाकों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार और स्वास्थ्य सेवा जैसे सामाजिक क्षेत्र पर जोर देने से हाशिए पर पड़े लोगों को सशक्त बनाने और यह सुनिश्चित करने में काफी मदद मिलेगी कि हर भारतीय ‘नए भारत’ में हितधारक बने। सीआईआई मध्यम अवधि के लिए सर्वेक्षण में प्रस्तावित सुधार एजेंडे का पूरे दिल से समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि आगामी बजट में कुछ ऐसे उपाय लागू किए जाएंगे, जिनसे भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास क्षमता को विस्तार देने में मदद मिलेगी।
भारतीय निर्यात संगठनों का संघ (फीओ) के अध्यक्ष श्री अश्विनी ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद में व्यापार (वस्तुओं और सेवाओं) की हिस्सेदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारत का निर्यात क्षेत्र मौजूदा भू-राजनीतिक प्रतिकूलताओं और स्थिर मुद्रास्फीति के बीच मजबूत बना हुआ है। हालांकि प्रमुख व्यापारिक भागीदारों की कम मांग के कारण व्यापारिक निर्यात में कमी आई, लेकिन सेवाओं के निर्यात ने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा, जिससे कुल व्यापार घाटा वित्त वर्ष 2023 में 121.6 अरब डॉलर से वित्त वर्ष 2024 में 78.1 अरब डॉलर तक कम हो गया। कच्चे तेल सहित आयातित वस्तुओं की कम कीमतों ने भी व्यापार घाटे को नियंत्रण में रखने में मदद की।
देश में लॉजिस्टिक की लागत को कम करने से, जो अब वैश्विक बेंचमार्क के बराबर 14-15 प्रतिशत है, हमारे निर्यात को दुनिया भर में अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिलेगी। इस संबंध में वैश्विक ख्याति की एक भारतीय शिपिंग लाइन का विकास समय की मांग है, क्योंकि देश ने 2022 में परिवहन सेवा शुल्क के रूप में 109 अरब डॉलर से अधिक का भुगतान किया है। जैसे-जैसे भारत एक लाख करोड़ डॉलर के माल निर्यात के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, यह 2030 तक 200 अरब डॉलर को छू जाएगा।
 
कड़वा सत्य

Tags: Industrylast fiscal yearNew Delhipresented in Parliament todayअगली छलांग पर ध्यानआज कहाआज संसद में पेशआर्थिक सर्वेक्षणइसलिए अब समयउद्योग जगतऔर भी अधिक वृद्धि हासिलजीएसटी और आईबीसी जैसे कई अग्रणी सुधार अब परिपक्वजो देशतैयारनयी दिल्लीपिछले वित्त वर्षसुधारों
Previous Post

नीट: सुप्रीम कोर्ट ने विवादित प्रश्न के उत्तर पर मांगी आईआईटी दिल्ली की राय

Next Post

आईडीबीआई बैंक का तिमाही मुनाफा 40 प्रतिशत बढ़ा

Related Posts

अंबेडकर की प्रतिमा के साथ हुई बर्बरता की जांच के लिए गठित पैनल ने की एनआईए से पड़ताल की सिफारिश
देश

अंबेडकर की प्रतिमा के साथ हुई बर्बरता की जांच के लिए गठित पैनल ने की एनआईए से पड़ताल की सिफारिश

February 6, 2025
दिल्ली में 13:00 बजे तक 33.31 प्रतिशत मतदान
देश

दिल्ली में 13:00 बजे तक 33.31 प्रतिशत मतदान

February 5, 2025
सचदेवा, वर्मा सहित भाजपा के कई नेताओं ने किया मतदान, लोगों से की लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेने की अपील
देश

सचदेवा, वर्मा सहित भाजपा के कई नेताओं ने किया मतदान, लोगों से की लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेने की अपील

February 5, 2025
दिल्ली के बेहतर भविष्य के लिए करें मतदान: यादव
देश

दिल्ली के बेहतर भविष्य के लिए करें मतदान: यादव

February 5, 2025
धनखड़ ने नयी दिल्ली विधानसभा सीट पर किया मतदान
देश

धनखड़ ने नयी दिल्ली विधानसभा सीट पर किया मतदान

February 5, 2025
मुर्मु और धनखड़ सहित कई नेताओं ने किया मतदान
देश

मुर्मु और धनखड़ सहित कई नेताओं ने किया मतदान

February 5, 2025
Next Post
आईडीबीआई  बैंक का तिमाही मुनाफा 40 प्रतिशत बढ़ा

आईडीबीआई बैंक का तिमाही मुनाफा 40 प्रतिशत बढ़ा

New Delhi, India
Friday, June 13, 2025
Mist
35 ° c
53%
9.4mh
48 c 39 c
Sat
48 c 39 c
Sun

ताजा खबर

IAS IPS IFS Blood Donation Campaign: पटना में IAS-IPS अधिकारियों का महादान: विश्व रक्तदाता दिवस पर अनोखा रक्तदान शिविर, समाज के लिए मिसाल!

IAS IPS IFS Blood Donation Campaign: पटना में IAS-IPS अधिकारियों का महादान: विश्व रक्तदाता दिवस पर अनोखा रक्तदान शिविर, समाज के लिए मिसाल!

June 12, 2025
मणिपुर में उभरता मिलिशिया संकट: लोकतंत्र के लिए खतरा

मणिपुर में उभरता मिलिशिया संकट: लोकतंत्र के लिए खतरा

June 12, 2025
Bihar Fishery Scheme 2025: बिहार में मछली पालन से बनेगा रोजगार का समंदर! जानिए सरकार की नई योजना और तगड़ा अनुदान

Bihar Fishery Scheme 2025: बिहार में मछली पालन से बनेगा रोजगार का समंदर! जानिए सरकार की नई योजना और तगड़ा अनुदान

June 12, 2025
Bihar News Today: नीतीश कुमार ने किया आचार्य किशोर कुणाल की प्रतिमा का भव्य अनावरण, महावीर कैंसर संस्थान में बना नया धर्मशाला!

Bihar News Today: नीतीश कुमार ने किया आचार्य किशोर कुणाल की प्रतिमा का भव्य अनावरण, महावीर कैंसर संस्थान में बना नया धर्मशाला!

June 12, 2025
सिर्फ सोनम रघुवंशी क्यों? मीडिया क्यों छुपा रहा है उन बेटियों की दर्दनाक कहानियां जिन्हें कभी इंसाफ नहीं मिला!

सिर्फ सोनम रघुवंशी क्यों? मीडिया क्यों छुपा रहा है उन बेटियों की दर्दनाक कहानियां जिन्हें कभी इंसाफ नहीं मिला!

June 12, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved