नयी दिल्ली 30 जनवरी (कड़वा सत्य) निर्यातकों के शीर्ष संगठन फ़ियो के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने एमएसएमई के लिए पारस्परिक ऋण गारंटी योजना (एमसीजीएस-एमएसएमई) की मंजूरी को ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए गुरुवार को कहा कि इससे हमारे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों, विशेष रूप से विनिर्माण और निर्यात में लगे उद्यमों की वित्तीय पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
श्री कुमार ने कहा कि पूंजी निवेश के लिए पर्याप्त वित्तपोषण की कमी एमएसएमई के लिए लंबे समय से एक चुनौती रही है, जिससे वैश्विक बाजारों में उनके पैमाने और प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता सीमित हो गई है। फियो प्रमुख ने कहा, नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड (एनसीजीटीसी) द्वारा 60 प्रतिशत गारंटी कवरेज और 100 करोड़ रुपए तक की ऋण सुविधा के साथ एमएसएमई को अब आधुनिक मशीनरी और उपकरणों में निवेश करने के लिए बहुत जरूरी समर्थन मिलेगा। यह कदम ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के साथ पूरी तरह से संरेखित है, जो हमारे उद्यमों को उत्पादन बढ़ाने, गुणवत्ता में सुधार करने और अपने वैश्विक पदचिह्न का विस्तार करने में सक्षम बनाता है।