भुवनेश्वर, 01 जून (कड़वा सत्य) ओडिशा में शनिवार को राज्य के आठ जिलों में लोक सभा की शेष छह और बाकी 42 विधानसभा सीटों पर अंतिम चरण के चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया और मतदान शाम छह बजे तक चलेगा।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उत्साही मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने के लिए कई स्थानों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले ही मतदान केंद्रों के सामने लम्बी कतार में खड़े नजर आ रहे हैं।
राज्य की जिन छह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होने जा रहे है उनमें मयूरभंज, भद्रक, जाजपुर और जगतसिंहपुर हैं ये सभी सुरक्षित सीटें है तथा बालासोर और केंद्रपाड़ा में भी मतदान होने जा रहा। इन छह लोकसभा सीटों के साथ-साथ 42 विधानसभा सीटों पर भी मतदान होगा।
राज्य में आठ जिलों के कुल 99.55 लाख से अधिक मतदाताओं में से ज़्यादातर तटीय ओडिशा से हैं। इनमें 48.69 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। सभी मतदाता 10,882 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकसभा के 66 और विधानसभा के 394 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला तय करेंगे।
राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से मतदान कराने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 126 कंपनियों, ओडिशा सशस्त्र पुलिस बल की 86 प्लाटून और 20,500 नागरिक पुलिस कर्मियों सहित लगभग 36,000 पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
जिन प्रमुख लोकसभा उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज ईवीएम में बंद होगा उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा (केंद्रपाड़ा), पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी और श्रीकांत जेना (बालासोर), और पूर्व सांसद विभू प्रसाद तराई (जगतसिंहपुर) शामिल हैं।
विधानसभा चुनाव में जिन प्रमुख हस्तियों के भाग्य का फैसला होगा उनमें ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल (चांदबली), ओडिशा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष निरंजन पटनायक (भंडारीपोखरी), ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मलिक (बिंझरपुर), बीजद नेता और पूर्व मंत्री प्रफुल्ल सामल (भद्रक), ओडिशा के मंत्री अतनु सब्यसाची नायक (महाकालपाड़ा), प्रताप देब (औल), पीआर घराई (सुकिंदा) और तुषार कांति बेहरा (काकटपुर) शामिल हैं।
आज के मतदान से तय होगा कि क्या सत्तारूढ़ बीजू जनता दल लगातार छठी बार सत्ता बरकरार रखेगी या विपक्षी भारतीय जनता पार्टी बीजद सरकार को उखाड़ फेंकेगी। राज्य में मतपत्रों की लड़ाई मुख्य रूप से इन दो राजनीतिक दलों के बीच है, भले ही सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है।
मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि संवेदनशील बूथों (कुल बूथों का लगभग 21 प्रतिशत) में सीएपीएफ तैनात किया गया है।
ओडिशा के पुलिस महानिदेशक अरुण शारंगी ने कहा कि चुनाव के अंतिम चरण में लगभग 255 उड़न दस्ते और इतनी ही संख्या में स्थैतिक निगरानी टीमें और 843 मोबाइल इकाइयां तैनात की गईं।
मुख्य चुनाव अधिकारी एनबी ढल के अनुसार, 14,606 वीवीपैट के साथ 13,462 मतपत्र इकाइयां और इतनी ही संख्या में नियंत्रण इकाइयां चालू की गई हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में सत्तारूढ़ बीजद ने छह लोकसभा में से चार और 42 विधानसभा सीटों में से 34 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी भाजपा ने दो लोकसभा और आठ विधानसभा सीटों पर कब्जा किया था।
कड़वा सत्य