नयी दिल्ली, 12 जनवरी (कड़वा सत्य) देश की औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर , विशेष रूप से त्योहारों की छुट्टियों से विनिर्माण उद्योंगों की रफ्तार प्रभावित होने के चलते नवंबर, 2023 में घट कर 2.4 प्रतिशत रह गयी।
अक्टूबर 2023 में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 11.7 प्रतिशत और पिछले वर्ष दिसंबर में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। औद्योगिक उत्पादन में करीब 78 प्रतिशत का योगदान करने वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन नवंबर में केवल 1.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सका।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी मासिक प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-नवंबर के दौरान औद्योगिक वृद्धि सालाना आधार पर 6.4 प्रतिशत थी। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान औद्योगिक वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत थी।
नवंबर,23 में खनन क्षेत्र का उत्पादन सालाना आधार पर 6.8 प्रतिशत बढ़ा जबकि विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रही। नवंबर में बिजली का उत्पादन सालाना आधार पर 5.8 प्रतिशत ऊंचा रहा।
नवंबर 2022 में खनन क्षेत्र की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 6.7 प्रतिशत और बिजली उत्पादन की वृद्धि 12.7 प्रतिशत थी।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में खनन क्षेत्र का भारांक 14.4 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र का 77.6 प्रतिशत और बिजली उत्पादन क्षेत्र का भारांक आठ प्रतिशत है।
मिलवुड केन इंटरनेशनल के संस्थापक और मुख्य अधिशासी अधिकारी निश भट्ट ने कहा, ‘भारत की नवंबर,23 की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर मार्च,23 के बाद से सबसे कम है जब कि 1.7 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि आईआईपी वृद्धि विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि धीमी पड़ने से नीचे आयी । अक्टूबर,23 में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि सालाना आधार पर 10.2 प्रतिशत थी जो नवंबर में घट कर केवल 1.2 प्रतिशत रह गयी ।
श्री भट्ट ने कहा कि नवंबर में मुख्य रूप से त्योहारों की छुट्टियों के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ।
मनोहर, आशा