• About us
  • Contact us
Friday, September 19, 2025
27 °c
New Delhi
33 ° Sat
33 ° Sun
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home देश

कांग्रेस, द्रमुक हैं, कच्छतिवू मुद्दे के जिम्मेदार : भाजपा

News Desk by News Desk
April 1, 2024
in देश
कांग्रेस, द्रमुक हैं, कच्छतिवू मुद्दे के जिम्मेदार : भाजपा
Share on FacebookShare on Twitter

नयी दिल्ली 01 अप्रैल (कड़वा सत्य) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पाक की खाड़ी में तमिलनाडु से लगे कच्छतिवू द्वीप को श्रीलंका को देने एवं भारतीय मछुआरों की श्रीलंकाई सेना द्वारा पकड़े जाने के मुद्दे पर निष्क्रिय बने रहने के द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के आरोपों पर पलटवार करते हुए आज कहा कि द्रमुक नेता एम करुणानिधि एवं कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी ने आपसी मिलीभगत से कच्छतिवू द्वीप वहां आसपास मछली पकड़ने के अधिकार को श्रीलंका के हवाले किया था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में सोमवार सुबह एक संवाददाता सम्मेलन में कच्छतिवू द्वीप मुद्दे पर देश के सामने सारी जानकारी विस्तार से रखी। विदेश मंत्री ने कहा, “आज, इस मुद्दे के बारे में जनता के लिए जानना और लोगों के लिए निर्णय करना बहुत जरूरी है। यह मुद्दा बहुत लंबे समय से जनता की नजरों से छिपा हुआ है।”
उन्होंने कहा कि वर्ष 1974 में, भारत और श्रीलंका ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जहां उन्होंने भारत एवं श्रीलंका के बीच एक समुद्री सीमा का निर्धारण किया और इस कच्छतिवू को श्रीलंका के हवाले कर दिया गया। दो साल बाद 1976 में एक और समझौता किया गया जिसमें भारतीय तमिल मछुआरों के कच्छतिवू के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के अधिकार भी श्रीलंका के हवाले कर दिये गये।
उन्होंने कहा कि यह पूरे घटनाक्रम के बारे में तमिलनाडु के तत्कालीन मुख्यमंत्री एम करुणानिधि की सरकार से गहन प र्श किया गया था और श्री करुणानिधि ने तत्कालीन केन्द्र सरकार से अनुरोध किया था कि राजनीतिक कारणों से उनके समर्थन की बात उजागर नहीं की जाये और बदले में वह केन्द्र सरकार के लिए तमिलनाडु में कोई असहज स्थिति नहीं बनने देंगे।
उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू नेे कच्छतिवू को एक मामूली छोटा एवं महत्वहीन टापू और श्रीमती इंदिरा गांधी ने एक छोटा चट्टानी द्वीप कह कर उसे भारत के लिए गैरउपयोगी करार दिया था। उन्होंने बताया कि 1958 एवं 1960-61 में ही इस टापू को श्रीलंका के लिए छोड़ने का मन बना लिया गया था। डॉ. जयशंकर ने दावा किया कि संसद की प र्श समितियों की रिपोर्टों में कच्छतिवू से संबंधित सारा विवरण सूचना के अधिकार कानू के तहत निकाले गये हैं, उनमें ये जानकारियां उजागर हुईं हैं।
विदेश मंत्री ने कहा, “हम 1958 और 1960 की बात कर रहे हैं। इस मामले के मुख्य लोग यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि कम से कम हमें मछली पकड़ने का अधिकार मिलना चाहिए। कच्छतिवू द्वीप 1974 में श्रीलंका को दे दिया गया और मछली पकड़ने का अधिकार 1976 में दे दिया गया। एक, सबसे बुनियादी पहलू तत्कालीन केंद्र सरकार और प्रधानमंत्रियों द्वारा भारत के क्षेत्र के बारे में दिखाई गई उदासीनता है… तथ्य यह है कि उन्हें बस इसकी परवाह नहीं थी… तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल ने मई 1961 में दी गई एक टिप्पणी में लिखा, ‘मैं इस छोटे से द्वीप को बिल्कुल भी महत्व नहीं देता और इस पर अपना दावा छोड़ने में मुझे कोई झिझक नहीं होगी। मुझे इस तरह के मामले अनिश्चित काल तक लंबित रहना और संसद में बार-बार उठाया जाना पसंद नहीं है।’ तो, पंडित नेहरू के लिए, यह एक छोटा सा द्वीप था, इसका कोई महत्व नहीं था, उन्होंने इसे एक उपद्रव के रूप में देखा… उनके लिए, जितनी जल्दी आप इसे छोड़ देंगे, उतना बेहतर होगा… यही दृष्टिकोण श्रीमती इंदिरा गांधी के लिए भी जारी रहा।”
उन्होंने कहा, “तमिलनाडु से जी विश्वनाथन नाम के एक संसद सदस्य थे और उन्होंने कहा- ‘हमें भारतीय क्षेत्र से हजारों मील दूर डिएगो गार्सिया की चिंता है, लेकिन हमें इस छोटे से द्वीप की चिंता नहीं है।’ कहा जाता है कि प्रधानमंत्री श्रीमती गांधी ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (एआईसीसी) की एक बैठक में टिप्पणी की थी कि यह एक छोटी सी बात है।”
विदेश मंत्री ने कहा, “ यह देख कर मुझे वे दिन याद आ गये जब पंडित नेहरू हमारी उत्तरी सीमा को ऐसी जगह बताते थे जहां घास का एक तिनका भी नहीं उगता। मैं याद दिलाना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री पंडित नेहरू अपने इस ऐतिहासिक बयान के बाद वह कभी भी देश का विश्वास दोबारा हासिल नहीं कर पाए। प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी) के साथ भी ऐसा ही होने वाला है जब वह कहती हैं कि यह केवल एक छोटी सी बात है और हमारे देश के क्षेत्रों के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है।… तो, यह सिर्फ एक प्रधानमंत्री नहीं है। .. यह उपेक्षापूर्ण रवैया…कच्छतिवू के प्रति कांग्रेस का ऐतिहासिक रवैया था।”
डॉ. जयशंकर ने कहा, “पिछले 20 वर्षों में, 6184 भारतीय मछुआरों को श्रीलंका द्वारा हिरासत में लिया गया है और 1175 भारतीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं को श्रीलंका द्वारा जब्त, हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। यह उस मुद्दे की पृष्ठभूमि है जिस पर हम चर्चा कर रहे हैं। अंत में पांच वर्षों में, कच्छतिवू मुद्दा और मछुआरों का मुद्दा संसद में विभिन्न दलों द्वारा बार-बार उठाया गया है। यह संसद के प्रश्नों, बहसों और सलाहकार समिति में सामने आया है। तमिलनाडु के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने मुझे कई बार लिखा है। और मेरे रिकॉर्ड से पता चलता है कि वर्तमान मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को मैंने इस मुद्दे पर 21 बार जवाब दिया है। यह कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जो अचानक सामने आ गया हो। यह एक जीवंत मुद्दा है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर संसद और तमिलनाडु से संबंधित चर्चाओं में बहुत बहस हुई है। यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच पत्राचार का विषय रहा है… अब, तमिलनाडु में हर राजनीतिक दल ने इस पर एक रुख अपनाया है। दो दल- कांग्रेस और द्रमुक ने इसे अंजाम दिया। मामला ऐसा है मानो उनकी इसके लिए कोई ज़िम्मेदारी ही नहीं है। मानो स्थिति का समाधान आज की केंद्र सरकार को करना है, इसका कोई इतिहास ही नहीं है, यह बस ऐसे ही हुआ है। वे लोग इस मुद्दे को इसी तरह पेश करना चाहते हैं।”
डॉ. जयशंकर ने कहा, “मछुआरों को आज भी हिरासत में लिया जा रहा है, नौकाओं को अभी भी पकड़ा जा रहा है और यह मुद्दा अभी भी संसद में उठाया जा रहा है। इसे दो दलों द्वारा संसद में उठाया जा रहा है जिन्होंने ऐसी स्थिति को बनाया है। जब भी कोई गिरफ्तारी हुई, लेकिन उन्हें रिहा कर दिया गया। लेकिन ये काम हमारी सरकार के प्रयासों से हो रहा है। चेन्नई से बयान देना बहुत अच्छा है, लेकिन जो लोग काम करते हैं वे हम हैं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार श्रीलंका सरकार के साथ 1974 के समझौते काे रद्द करके कच्छतिवू द्वीप को वापस लेने की सोच रही है, विदेश मंत्री ने कहा कि इस बारे में उच्चतम न्यायालय में दो याचिकांए लंबित हैं। इसलिए इस न्यायालय के अधीन मामले पर वह कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।
 
कड़वा सत्य

Tags: BJPCongressDMKissuesKachchhativuNew Delhiresponsibleकच्छतिवूकांग्रेसजिम्मेदारद्रमुक हैंनयी दिल्लीभाजपामुद्दे
Previous Post

06 अप्रैल को भोजपुरी सिनेमा पर होगा जय वट सावित्री मैय्या टेलीविजन प्रीमियर

Next Post

युवा स्टेशनरी ने ‘ओगी एंड द कॉकरोचेज़’ के लिए लाइसेंसिंग अधिकार प्राप्त किये

Related Posts

MOTN सर्वे 2025: मोदी Vs राहुल: सर्वे ने बता दिया जनता किसे चाहती है अगला प्रधानमंत्री
देश

MOTN सर्वे 2025: मोदी Vs राहुल: सर्वे ने बता दिया जनता किसे चाहती है अगला प्रधानमंत्री

August 30, 2025
Breaking News: सरकारी एम एस एम ई पत्रिका बनी गलतियों का पिटारा! प्रधानमंत्री की तस्वीर से मजाक !
देश

Breaking news: एम एस एम ई मंत्रालय की पत्रिका ने राष्ट्रपति को भी हंसी का पात्र बनाया !

August 27, 2025
Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम
अभी-अभी

Aadhaar-UAN Link: EPFO ने किया प्रोसेस बेहद आसान, अब 7 स्टेप में तुरंत होगा काम

August 17, 2025
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का बड़ा आरोप, ‘अगर न्याय नहीं मिला तो मर जाएगा लोकतंत्र’, सुप्रीम कोर्ट से की यह अपील
देश

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का बड़ा आरोप, ‘अगर न्याय नहीं मिला तो मर जाएगा लोकतंत्र’, सुप्रीम कोर्ट से की यह अपील

August 14, 2025
ट्रंप का बड़ा वार: भारत पर 50% टैरिफ! रूस से तेल खरीद पर अमेरिका ने उठाया सख्त कदम, सरकार बोली- लेंगे जवाबी एक्शन
अभी-अभी

ट्रंप का बड़ा वार: भारत पर 50% टैरिफ! रूस से तेल खरीद पर अमेरिका ने उठाया सख्त कदम, सरकार बोली- लेंगे जवाबी एक्शन

August 6, 2025
Petrol Diesel Price Today: हर सुबह बदलते हैं तेल के दाम, जानिए आज आपके शहर में कितने का मिल रहा पेट्रोल-डीजल
देश

Petrol Diesel Price Today: हर सुबह बदलते हैं तेल के दाम, जानिए आज आपके शहर में कितने का मिल रहा पेट्रोल-डीजल

July 28, 2025
Next Post
युवा स्टेशनरी ने

युवा स्टेशनरी ने 'ओगी एंड द कॉकरोचेज़’ के लिए लाइसेंसिंग अधिकार प्राप्त किये

New Delhi, India
Friday, September 19, 2025
Mist
27 ° c
89%
7.2mh
38 c 29 c
Sat
38 c 29 c
Sun

ताजा खबर

विदेशी पढ़ाई अब सपना नहीं हकीकत: पंजाब सरकार देगी फीस, वीज़ा, टिकट और ₹13.17 लाख सालाना भत्ता

विदेशी पढ़ाई अब सपना नहीं हकीकत: पंजाब सरकार देगी फीस, वीज़ा, टिकट और ₹13.17 लाख सालाना भत्ता

September 18, 2025
पंजाब में बाढ़ के बाद मान सरकार का बड़ा कदम: हर घर तक डॉक्टर और दवाएं, 20 सितंबर तक खास मिशन

Punjab Vatan Wapsi: भगवंत मान सरकार की पहल से पासपोर्ट आवेदन 10 साल में सबसे कम, युवाओं का रुझान बदला

September 18, 2025
Bihar Power Update: बीएसपीएचसीएल और टाटा पावर के बीच बड़ा समझौता, अभियंताओं को मिलेगा हाईटेक प्रशिक्षण

Bihar Power Update: बीएसपीएचसीएल और टाटा पावर के बीच बड़ा समझौता, अभियंताओं को मिलेगा हाईटेक प्रशिक्षण

September 18, 2025
Bihar Bijli Alert: दुर्गा पूजा-छठ पर 24 घंटे बिजली व्यवस्था, पंडालों में सुरक्षा के लिए SOP लागू

Bihar Bijli Alert: दुर्गा पूजा-छठ पर 24 घंटे बिजली व्यवस्था, पंडालों में सुरक्षा के लिए SOP लागू

September 18, 2025
IXL 2025: पहले ऑनलाइन राउंड में अमेरिकी खिलाड़ियों की धमक, मैथ्यू मार्कस और एरिक एगार्ड चमके, भारत के रामकी कृष्णन ने दी कड़ी चुनौती

IXL 2025: पहले ऑनलाइन राउंड में अमेरिकी खिलाड़ियों की धमक, मैथ्यू मार्कस और एरिक एगार्ड चमके, भारत के रामकी कृष्णन ने दी कड़ी चुनौती

September 18, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved