नयी दिल्ली, 22 फरवरी (कड़वा सत्य) कांग्रेस ने कहा है कि किसानों का मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है और सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए।
किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के साथ की गई क्रूरता की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस बल प्रयोग में गोली लगने से एक किसान की मौत हुई है लेकिन आश्चर्य की बात है कि पंजाब सरकार ने अपने क्षेत्र में किसान की हत्या पर अब तक प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की। उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए पंजाब विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग की है।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि स्वामीनाथन कमेटी के अनुसार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ देंगे और किसानों, खेत मजदूरों का कर्ज माफ करेंगे लेकिन एक भी पैसे का कर्ज माफ नहीं किया गया। उल्टे एमएसपी की मांग कर रहे किसानों पर गोलियां चलाई जा रही है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “किसान आंदोलन से जुड़े शुभकरण सिंह की कल गोली मारकर हत्या कर दी गई, लेकिन हरियाणा सरकार यह मानने को तैयार नहीं है। देश की पुलिस अपने ही किसानों पर अत्याचार कर रही है। आंदोलन से जुड़े 200 से ज्यादा किसान जख्मी हैं। एक तरफ सरकार किसानों को मिलने बुला रही है, दूसरी तरफ पुलिस बल प्रयोग कर रही है और आंसू गैस के गोले बरसा रही है। मोदी सरकार किसानों पर गोली चलवाकर जलियांवाला बाग हत्याकांड याद दिला रही है। आखिर किसानों का कसूर क्या है। क्या वह अपने हक की बात नहीं कर सकते। क्या पुलिस का यह काम है कि वे किसान मोर्चा के अंदर घुसकर ट्रैक्टर ट्राली को तोड़ दें, मोर्चे के झंडों को फाड़ दें और उसे पैर से कुचल दें।”
उन्होंने कहा “किसानों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले सोशल मीडिया हैंडल पर कोई एक्शन नहीं हो रहा। जबकि किसान नेताओं और आंदोलन की बात करने वाले लोगों के ट्विटर हैंडल सस्पेंड हो रहे हैं।”
अभिनव, यामिनी