नयी दिल्ली, 17 जनवरी (कड़वा सत्य) आम आदमी पार्टी(आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संकल्प पत्र को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि यह भाजपा का संकल्प पत्र नहीं है, बल्कि ‘केजरीवाल पत्र’ है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा का संकल्प पत्र जारी किया है। भाजपा के संकल्प पत्र में कई सारी रेवड़ियों का एलान किया गया है। जेपी नड्डा से हमारा सवाल है कि क्या इन रेवड़ियों को बांटने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंजूरी ले ली है? क्या इस पर प्रधानमंत्री की सहमति है? क्योंकि प्रधानमंत्री पूरे देश में घूम-घूमकर अपने भाषणों में 100 बार कह चुके हैं कि मुफ्त की रेवड़ी सही नहीं है।
श्री केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री दिल्ली की जनता के सामने आकर विशेष रूप से एलान करें कि उनकी इस संकल्प पत्र पर सहमति है। साथ ही प्रधानमंत्री यह भी कहें कि उन्होंने पहले जो मुफ्त की रेवड़ी को लेकर कहा, वह गलत था। प्रधानमंत्री सामने आकर कि कहें कि वह गलत थे, अरविंद केजरीवाल सही था और यह मुफ्त की रेवड़ी देश के लिए अच्छी है।
उन्होंने कहा कि अगर इनका एक लाइन में संकल्प पत्र बनाया जाए तो वह यह है कि जो काम अरविंद केजरीवाल कर रहा है, वह बहुत अच्छा है, भाजपा केजरीवाल के कामों की सराहना करती है और अगर दिल्ली की जनता ने मौका दिया तो केजरीवाल के काम जारी रखेंगे। यह उनका संकल्प पत्र है। अपनी जिंदगी में आज तक इससे ज्यादा खोखले विजन वाली पार्टी नहीं देखी। इनके पास दिल्ली के लिए कोई सोच, कोई विजन और कोई नीयत ही नहीं है।
आप नेता ने कहा कि इनको जनता ने कानून-व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी हुई है। इनके पूरे संकल्प पत्र में एक लाइन नहीं लिखी हुई है कि कानून-व्यवस्था दिल्ली में कैसे ठीक करेंगे। दिल्ली के अंदर खुलेआम गैंगवार हो रही है। खुलेआम गोलियां चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने राजस्थान और बाकी जगहों के चुनाव में वादा किया था कि 500-500 रुपए का सिलेंडर देंगे, लेकिन कहीं नहीं दिया। इन्होंने वादा किया था कि 15 लाख रुपए देंगे लेकिन किसी को नहीं दिए। इन्होंने वादा किया था कि हर साल दो करोड़ नौकरियां देंगे लेकिन किसी को नहीं दी।
उन्होंने कहा कि हम पहली कैबिनेट में ही महिलाओं को 2100 रुपए सम्मान राशि देने की योजना को पास कर देंगे। भाजपा को भी पता है कि इनकी सरकार नहीं बन रही है।
आजाद अशोक
कड़वा सत्य