यरूशलम 17 जनवरी (कड़वा सत्य) इजरायल के कट्टर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गविर ने गुरुवार को घोषणा की कि अगर नव घोषित गाजा युद्धवि समझौते को मंजूरी मिल जाती है तो उनकी पार्टी सरकार छोड़ देगी।
श्री बेन-गविर ने अपनी पार्टी के छह मंत्रियों और सांसदों के साथ टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में क़तर द्वारा बुधवार को घोषित समझौते को हमास के सामने “आत्मसमर्पण” बताया।
उन्होंने कहा कि पार्टी गाजा में लड़ाई समाप्त करने और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का विरोध करती है और हमास के “पराजित” होने तक सैन्य कार्रवाई जारी रखने का आह्वान करती है।
इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार में एक प्रमुख साझेदार श्री बेन-गविर की धमकी ने श्री नेतन्याहू पर समझौते को अस्वीकार करने का दबाव बढ़ा दिया है। एक अन्य दक्षिणपंथी नेता बेजेलेल स्मोट्रिच ने पहले दिन में “गारंटी” की मांग की थी। समझौते का पहला चरण लागू होने के बाद इजराइल गाजा पर अपना हमला फिर से शुरू करेगा।
उल्लेखनीय है कि कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी ने बुधवार को कहा कि कतर, मिस्र और अमेरिका की गहन मध्यस्थता के बाद इजरायल और हमास बंधकों के लिए गाजा युद्धवि समझौते पर सहमत हुए हैं।
समझौते में प्रारंभिक 42-दिवसीय चरण शामिल है जिसके दौरान गाजा में 15 महीने से अधिक की लड़ाई रुक जाएगी और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले में गाजा में रखे गए 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा।
कड़वा सत्य/शिन्हुआ