गाजा, 20 मार्च (कड़वा सत्य) गाजा शहर में शिफा चिकित्सा परिसर में हुए इजरायली हमले में लगभग 250 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए।यह जानकारी हमास द्वारा संचालित मीडिया कार्यालय ने मंगलवार को दी।
इसने कहा कि इजरायली सैनिकों ने अपने छापे के दौरान मरीजों, विस्थापित लोगों और नागरिकों पर गोलियां, गोले और मिसाइलें दागीं, जिसके परिणामस्वरूप 250 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
बयान में मरने वालों की सही संख्या नहीं बताई गई है। बयान में कहा गया है कि छापेमारी में हथियारों, पुलिस कुत्तों, दर्जनों टैंकों, ड्रोन और हेलीकॉप्टरों से लैस सैकड़ों इजरायली सैनिक शामिल थे।
कार्यालय ने इस घटना के लिए इजरायल और अमेरिका को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया और इस घटना को उसने “नरसंहार” कहा है। कार्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय और संयुक्त राष्ट्र संगठनों से गाजा पर आक् कता को रोकने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने का आह्वान किया।
एक अलग बयान में हमास ने कहा कि अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दबाव और जबरन वसूली के साधन के रूप में नागरिकों के खिलाफ बढ़ती बर्बर आक् कता का उपयोग करने का प्रयास सफल नहीं होगा।
इजरायली सेना के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में कहा कि इजरायली सेना और जनरल सिक्योरिटी सर्विस शिन बेट ने लगातार दूसरे दिन शिफा परिसर में अपना अभियान जारी रखा।
बयान के अनुसार, इज़रायली बलों ने अब तक 50 से अधिक तोड़फोड़ करने वालों को मार गिराया है और लगभग 180 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इजरायल रक्षा बलों ने मंगलवार को एक कमांडर की मौत की घोषणा की। 51 वर्षीय कमांडर की मौत के साथ इजरायल-हमास संघर्ष की शुरुआत के बाद से इजरायली सेना में मरने वालों की संख्या 594 हो गई है।
उल्लेखनीय है कि इजरायली सेना ने सोमवार को परिसर के भीतर एक अभियान चलाया, जो पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास संघर्ष की शुरुआत के बाद से अस्पताल पर दूसरा हमला था। पहली छापेमारी नवंबर, 2023 में हुई थी।
समीक्षा.
कड़वा सत्य