मुंबई, 21 जुलाई (कड़वा सत्य) बॉलीवुड कि दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो ने गुरु पूर्णिमा के खास दिन पर अपने गुरुओं के साथ कई तस्वीरें शेयर करते हुए एक लंबा-चौड़ा नोट शेयर किया है।
सायरा बानो ने अपने सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग् पर कई फोटोज शेयर की हैं। सायरा ने इन फोटो को शेयर करते हुए लिखा कि गुरु पूर्णिमा उन लोगों के प्रति सम्मान और गहरी कृतज्ञता व्यक्त करने का एक प्रिय अवसर है, जिन्होंने हमें ज्ञान और के साथ मार्गदर्शन किया है, जो हमें याद दिलाते हैं कि एक गुरु हमारे जीवन पर कितना गहरा प्रभाव डाल सकता है।पर्सनली, मैं इसे हर एक दिन आभारी और सराहना करने के क्षण के रूप में देखती हूं। मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे अपने पूरे जीवन में कई पूज्य गुरुओं का आशीर्वाद मिला है, जिनकी शिक्षाओं और मार्गदर्शन ने मुझे गहराई से आकार दिया है, खासकर भारतीय सिनेमा के माध्यम से मेरी यात्रा में और दिलीप साहब से मेरी शादी के बाद।इन प्रिय गुरुओं में से एक रोशन कुमारी जी (पहली तस्वीर में मेरे बाईं ओर बैठी हैं) सबसे अलग हैं, जिन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया है और उन्होंने महान बंगाली फिल्म निर्माता सत्यजीत रे के साथ भी काम किया है। उन्होंने मुझे जयपुर घराने के शास्त्रीय नृत्य – कथक की कला सिखाई।उनकी शालीनता और अनुशासन किसी मास्टर क्लास से कम नहीं थे और भारतीय कला के लिए एक वरदान थे। शास्त्रीय नृत्य में मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, उसका श्रेय उन्हीं को जाता है। उन्होंने खुद को पूरी तरह से मुझे शास्त्रीय डांसर के रूप में विकसित करने और आकार देने के लिए समर्पित कर दिया।एक और महत्वपूर्ण गुरु हैं पी.एल. राज जी, जिनके साथ मुझे ‘जंगली’ के दौरान काम करने का सौभाग्य मिला, जहां उन्होंने मेरे पहले गाने ‘कश्मीर की कली’ को खूबसूरती से कोरियोग्राफ किया और बाद की फिल्मों में भी मेरे साथ काम करते रहे। साथ ही मेरी रिहर्सल कंपोजर शालिनी देशपांडे ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी और मेरे साथ मिलकर उन नृत्यों में मेरे लिए जो भी मूवमेंट सेट किए गए थे, उनका अभ्यास किया।आज, मैं उन्हें अपार और सम्मान के साथ याद करती हूं, मैं उनकी कहानियां और मेरे जीवन पर उनके द्वारा छोड़ी गई अमिट छाप को शेयर करने के लिए बाध्य महसूस करती हूं। उनका प्रभाव एक मार्गदर्शक प्रकाश की तरह है और मेरी यात्रा में उनका योगदान अमूल्य है।
कड़वा सत्य