नयी दिल्ली 25 जनवरी (कड़वा सत्य) छत्तीसगढ़ में आदिवासी बहुल जिले नारायणपुर के औषधीय चिकित्सक हेमचंद माझी और जशपुर जिले के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जागेश्वर यादव उन विभूतियों में शामिल हैं जिन्हें इस वर्ष के पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया है।
छत्तीसगढ़ में बस्तर क्षेत्र के अबूझमाड़ में जड़ी बूटियों के विशेष जानकर माने जाने वाले श्री हेमचंद ने 15 वर्ष की आयु से ही जरुरतमंदों की सेवा में अपने को समर्पित कर दिया था और वह पिछले करीब 50 सालों से क्षेत्र एवं आसपास के गरीब ग्रामीणों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा दे रहे हैं। अनेक मौकों पर उन्हें नक्सलियों से धमकियां भी मिली , लेकिन इसके बावजूद वह लोगों की सेवा के लिए समर्पित रहे।
जशपुर निवासी श्री जागेश्वर ने क्षेत्र में बिरहोर और पहाड़ी कोरवा जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए जी-जान से जुटे हैं। वह जनजातीय लोगों की निरक्षरता उन्मूलन और स्वास्थ्य जागरुकता का अलख जगाया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने श्री हेमचंद और श्री जागेश्वर को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर बधाई दी है।
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