श्रीनगर, 01 अगस्त (कड़वा सत्य) जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को यहां फिल्म नीति 2024 का अनावरण किया और कहा कि यह नीति राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माण को आकर्षित, समर्थन और सुविधा प्रदान करेगी।
उपराज्यपाल ने फिल्म शूटिंग की अनुमति के लिए कई पहल भी शुरू कीं।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर फिल्म नीति 2024 केंद्र शासित प्रदेश में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माण को आकर्षित, समर्थन और सुविधा प्रदान करेगी।
श्री सिन्हा ने कहा, “जम्मू-कश्मीर और सिनेमा एकता का प्रतीक हैं और इन्हें अलग-अलग नहीं देखा जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि राज कपूर और यश चोपड़ा जैसे महान फिल्म निर्माताओं के लिए, जम्मू-कश्मीर न केवल एक शूटिंग स्थल था, बल्कि एक सांस्कृतिक जीव भी था।
उपराज्यपाल ने कहा, “पिछले पांच वर्षों में, जम्मू-कश्मीर को सिनेमा और थिएटर की संस्कृति से फिर से जोड़ने का प्रयास किया गया है। हमारी नई पहल इस पुनरुत्थान को उजागर करती हैं।”
उन्होंने यहां फिल्म शूटिंग अनुमतियों और सब्सिडी के लिए सिंगल विंडो पोर्टल, जेएंडके फिल्म स्क्रीनिंग सीरीज और फ्रेम्स ऑफ ट्रांसफॉर्मेशन फोटोग्राफी प्रतियोगिता सहित कई पहल की शुरुआत की।
श्री सिन्हा ने कहा, “फिल्म-अनुकूल एवं व्यावहारिक जम्मू-कश्मीर फिल्म नीति यह सुनिश्चित करेगी कि पृथ्वी पर स्वर्ग वास्तव में फिल्म निर्माताओं के लिए स्वर्ग है। हम जम्मू-कश्मीर में फिल्मांकन को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए उच्च प्रभाव वाला बुनियादी ढांचा, सोर्सिंग स्थानों में सहायता और पेशेवरों का एक बड़ा पूल, वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करेंगे।’
उन्होंने श्रीनगर में सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित जम्मू-कश्मीर फिल्म कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया, जिसके दौरान उन्होंने नया जम्मू कश्मीर लघु फिल्म निर्माण प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया।
बॉलीवुड फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने जम्मू-कश्मीर में एक जीवंत फिल्म पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए प्रगतिशील फिल्म नीति और पहल के लिए उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले प्रशासन की सराहना की।
समीक्षा अशोक
कड़वा सत्य