नयी दिल्ली, 17 जुलाई (कड़वा सत्य) हस्तनिर्मित कालीनों और गलीचों की विश्व प्रसिद्ध भारतीय विनिर्माता जयपुर रग्स ने बुधवार को बताया कि उसकी फ्लैगशिप स्टोर डिजाइन और निर्माण प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा कर दी गयी है जिसका पहला पुरस्कार ईरान के प्रतिस्पर्धियों की एक टीम के नाम गया है।
जयपुर रग्स की एक विज्ञप्ति में कहा गया,‘ गहन प्रस्तुतियों और गहन मूल्यांकन के बाद विजेताओं की घोषणा की गई। 100,000 का पहला पुरस्कार ईरान के मोजतबा शिराज़ी, हेडी बिटराफ हाघघी और अरमाघन डेलदार को उनकी असाधारण अवधारणा और डिजाइन के लिए प्रदान किया गया। ”
इस प्रतियोगिता में भारत के चेतन लाहोटी और आनंद देशमुख को उनके प्रभावशाली एक्सटीरियर और कारपेट डिस्प्ले डिजाइन के लिए 60,000 का दूसरा पुरस्कार मिला। भारत की ख़दीजा अबाइज़र ने अपने उल्लेखनीय मनचाहा रग डिस्प्ले डिज़ाइन के लिए 40,000 का तीसरा पुरस्कार जीता।
जयपुर रग्स ने यह प्रतियोगिता वास्तुशिल्प और इंटीरियर डिजाइन प्रतियोगिताओं के आयोजन में अग्रणी मंच, आर्कडाइस के साथ साझेदारी में आयोजित की गई थी। विज्ञप्ति के मुताबिक इस प्रतियोगिता में भारत, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, पेरू, अमेरिका, मलेशिया, इटली, इंडोनेशिया, रूस, कनाडा और ब्रिटेन सहित दुनिया के कई देशों के 1500 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन रूचि दिखायी। इनमें से 18 उत्कृष्ट टीमों को निर्णायक दौर की प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के समक्ष डिजाइन की प्रस्तुति के लिए बुलाया गया था।
निर्णायक मंडल में जयपुर रग्स की निदेशक रूत्वी चौधरी, एले डेकोर के संपादक मृदुल पाठक कुंडू और जयपुर रग्स के कलात्मक निदेशक ग्रेग फोस्टर शामिल थे। निर्णायक दौर में पहुंची टीमों ने दो दिवसीय कार्यक्रम में अपनी डिजाइन प्रस्तुत करके निर्णायक मंडल को प्रभावित किया।
जयपुर रग्स की निदेशक रूत्वी चौधरी ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा, “ये प्रतियोगिता हमारी उम्मीदों से भी बढ़कर रही। दुनिया भर से असाधारण प्रतिभा और रचनात्मकता देखने को मिली। हर एक डिजाइन प्रस्ताव ने जयपुर रग्स की परंपरा और शिल्प कौशल की गहरी समझ का परिचय दिया और इस कारण निर्णायक मंडल के लिए फैसला लेना चुनौतीपूर्ण था।’’
आर्कडाइस के सह-संस्थापक रुशिकेश कोठारी ने अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, “हमें इस सहयोग को सुविधाजनक बनाने पर गर्व है, जो न केवल विरासत और शिल्प कौशल का जश्न मनाता है बल्कि इंटीरियर डिजाइन में रचनात्मकता और नवीनता को भी बढ़ावा देता है। हम भविष्य में और अधिक प्रेरक सहयोग की करते हैं।’’
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कड़वा सत्य