चेन्नई 28 सितंबर (कड़वा सत्य) तमिलनाडु सरकार ने शनिवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे एवं खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उप मुख्यमंत्री बनाया जबकि पूर्व मंत्री वी. सेंथिलबालाजी को वापस मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
श्री सेंथिलबालाजी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 471 दिनों की कैद के बाद दो दिन पहले जेल से रिहा किया गया था।
इस बहुप्रतीक्षित घोषणा से सत्तारुढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है।
राजभवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री स्टालिन द्वारा किए गए मंत्रिमंडल के बड़े फेरबदल में तीन मौजूदा मंत्रियों को हटाया गया जबकि कुछ मंत्रियों के विभाग बदले गए।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंत्रिमंडल में दो नए मंत्री शामिल किए गए हैं। शपथ ग्रहण समारोह रविवार को दोपहर 1530 बजे होगा। 2021 के विधानसभा चुनावों में द्रमुक के शानदार बहुमत के साथ दस साल के अंतराल के बाद सत्ता में वापस आने और श्री स्टालिन के पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद यह तमिलनाडु मंत्रिमंडल का पांचवां फेरबदल है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री स्टालिन ने राज्यपाल आर.एन.रवि से श्री उदयनिधि स्टालिन को उनके मौजूदा विभागों के अलावा योजना और विकास विभाग आवंटित करने और उपमुख्यमंत्री के रूप में नामित करने की सिफारिश की है।
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि श्री स्टालिन ने श्री सेंथिलबालाजी, डॉ. गोवाई चेझियान, आर. राजेंद्रन और श्री एस.एम. नासर को मंत्रिपरिषद में शामिल करने की सिफारिश की है।
पिछले साल जून में नौकरी के लिए नकदी घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए श्री सेंथिलबालाजी को राजभवन और मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा राज्य मंत्रिमंडल में बने रहने पर आपत्ति जताए जाने के बाद इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। वह सात महीने बाद मंत्रिमंडल में वापस आ गए हैं।
श्री सेंथिलबालाजी को आवंटित किए जाने वाले विभागों की घोषणा नहीं की गई। श्री सेंथिलबालाजी श्री पोनमुडी के बाद मंत्रिमंडल में फिर से शामिल किए जाने वाले दूसरे मंत्री हैं जिन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और बाद में अदालत ने उन्हें स्थगित कर दिया था।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सिफारिशों को मंजूरी दे दी है।
श्री रवि ने दूध एवं डेयरी विकास मंत्री टी. मनो थंगराज, अल्पसंख्यक कल्याण एवं अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री गिंगी के.एस. मस्तान और पर्यटन मंत्री के. चंद्रन को मंत्रिमंडल से हटाने की मुख्यमंत्री की सिफारिश को भी मंजूरी दे दी है जबकि छह मंत्रियों के विभागों का पुनः आवंटन किया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि छह मंत्रियों के विभागों का पुनः आवंटन किया गया है। जिनमें श्री पोनमुडी जो उच्च शिक्षा मंत्री हैं को वन मंत्री बनाया गया है जबकि पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री शिव वी. मेय्यानाथन को पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया है। इसी तरह आदि द्रविड़ कल्याण मंत्री सुश्री एन कायलविजी सेल्वराज को मानव संसाधन प्रबंधन मंत्री, वन मंत्री डॉ. एम. मथिवेंथन को आदि द्रविड़ कल्याण मंत्री, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री आर एस राजकन्नप्पन को दूध एवं डेयरी विकास तथा ग् ोद्योग मंत्री तथा वित्त एवं मानव संसाधन प्रबंधन मंत्री थंगम थेन्नारासु को वित्त एवं पुरातत्व के मौजूदा विभागों के अलावा पर्यावरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री बनाया गया है।
कड़वा सत्य