नयी दिल्ली 08 अप्रैल (कड़वा सत्य) प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने सशस्त्र बलों के लिए एक संयुक्त संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
जनरल चौहान ने सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल तथा एकीकरण को बढाने के उपायों पर चर्चा करने के लिए आयोजित पहले सम्मेलन ‘परिवर्तन चिंतन’ को संबाेधित करते हुए सशस्त्र बलों के लिए संयुक्त संस्कृति विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसमें प्रत्येक सेना की विशिष्टता का सम्मान करते हुए नये दृष्टिकोण के अनुरूप उसका सर्वोत्तम उपयोग करना शामिल है। उन्होंने ऐसी संरचनाएं बनाकर प्रत्येक सेना की क्षमताओं को एकीकृत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया जो हमारी दक्षता बढाकर और युद्ध लड़ने की क्षमता और अंतरसंचालन को बढ़ाती हैं।