नयी दिल्ली 08 मई (कड़वा सत्य) फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग् ने वर्ष 2030 तक भारत को थैलेसीमिया मुक्त बनाने की अपील करते हुये आज कहा कि जिस तरह शादी विवाह के लिए कुंडली मिलान की जाती है उसी तरह रक्त जांच कर यह पता लगाना भी बहुत जरूरी है कि दंपति सूत्र में बंधने जा रहे दोनों व्यक्ति थैलेसीमिया पीड़ित तो नहीं है।
अस्पताल के हेमेटोलॉजी, पिडियाट्रिक हेमेटोलॉजी ओंकोलॉजी एंड बीएमटी विभाग ने विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर एक खास प्रोग् – ‘थैलेसीमिया-फ्रीः टुगेदर वी कैन’ का आयोजन किया। इसका मकसद, सरवाइवर स्टोरीज़ के माध्यम से थैलेसीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। इस मौके पर कई जानी-मानी हस्तियों के अलावा बॉलीवुड और टीवी कलाकार भी उपस्थित थे।