चेन्नई, 17 जुलाई (कड़वा सत्य) केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री दास अठावले ने बुधवार को तमिलनाडु बहुजन समाज पार्टी(बसपा) इकाई के दिवंगत अध्यक्ष के आर्मस्ट्रांग के परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
श्री अठावले ने शहर में उनके घर जाकर बसपा नेता तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी पत्नी पोरकोडी के प्रति संवेदना प्रकट की।
बसपा की पांच जुलाई की रात को छह सदस्यीय गिरोह ने सेम्बियम के पास उनके निर्माणाधीन पेरम्बूर आवास के सामने हत्या कर दी थी।
इस हत्या ने देश भर में राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया और बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती उन्हें अंतिम ंजलि देने के लिए चेन्नई पहुंचीं।
राज्य सरकार ने हत्या की सीबी-सीआईडी जांच का आदेश दिया, लेकिन सुश्री मायावती ने दावा किया कि असली दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया और हत्या की सीबीआई जांच की मांग की।
अन्नाद्रविड मुनेत्र कषग, भारतीय जनता पार्टी और पट्टाली मक्कल काच्ची सहित विपक्षी दलों ने भी सीबीआई जांच की मांग की और राज्यपाल आर एन रवि से भी मुलाकात की और इस संबंध में उन्हें ज्ञापन दिया।
मामले की जांच कर रही सीबी-सीआईडी पुलिस ने हत्या के मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने श्री आर्मस्ट्रांग की हत्या में किसी भी राजनीतिक साजिश से इनकार किया और कहा कि यह अगस्त 2023 में शहर के फोरशोर एस्टेट में हिस्ट्रीशीटर आर्कोट वी सुरेश की हत्या की अगली कड़ी थी।
हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक सुरेश का छोटा भाई पोन्नाई वी बालू है, जिसे इस मामले में मुख्य आरोपी बताया गया।
गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों की पहचान डी ू (38), के तिरुवेंगडम (33), एस थिरूमलाई (45), डी सेल्वराज (48), जी अरुल (33), के मणिवन्नन (25), और जे संतोष (22) के रूप में हुई है।
प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया कि आठ लोगों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, पुलिस ने कहा कि उन्हें वास्तव में गिरफ्तार किया गया है।
हत्या के तीन घंटे के भीतर गिरफ्तार किए गए आठ लोगों के अलावा, पुलिस ने बाद की जांच के बाद तीन और संदिग्धों, गोकुल, विजय और शिवशंकर को गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि मुख्य आरोपियों में से एक, थिरुवेंगडम (33), एक हिस्ट्रीशीटर रविवार को उत्तरी चेन्नई में माधवरम के पास पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
घटना के समय उसे और अन्य आरोपियों को पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया था।बसपा नेता की हत्या में उपयोग किए गए हथियारों को ब द करने के लिए पुलिस उसे ले जा रही थी।इस दौरान उसने पुलिस पर अवैध पिस्तौल से उसने गोलियां चलाने की कोशिश की और भागने का प्रयास किया। पुलिस ने आत्मरक्षा में उसपर गोली चलाई और वह मारा गया।
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कड़वा सत्य