नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (कड़वा सत्य) राज्यसभा सांसद डॉ. सोनल मानसिंह ने कहा कि द्रौपदी ‘भारत की महानायिका’ हैं। उनका व्यक्तित्व बहुत ही विविधता से भरा है। एक तरफ उनमें दृढ़संकल्प है, अग्नि का तेज है, स्वाभिमान है, तो करुणा भी है।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) में बुधवार को डॉ मानसिंह की नवीनतम पुस्तक ‘ए ज़िगज़ैग माइंड’ पर चर्चा का आयोजन किया गया।
इस पुस्तक को आईजीएनसीए द्वारा प्रकाशित किया गया है। पुस्तक चर्चा में आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी और दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर एवं लेखक डॉ मालाश्री लाल, गुरु, सांस्कृतिक विदुषी, विचारक एवं राज्यसभा सांसद, पद्म विभूषण डॉ. सोनल मानसिंह मौजूद थी।
डॉ मानसिंह ने कहा, “द्रौपदी के व्यक्तित्व में ऐसी 360 डिग्री विविधता उनके अलावा शायद ही कहीं देखने को मिले।”
प्रोफेसर मालाश्री लाल ने कहा, “पुस्तक ‘ए ज़िगज़ैग माइंड’ प्रेरणादायक ज्ञान से परिपूर्ण है, जो भारतीय ज्ञान के पुनर्जागरण को प्रदर्शित करती है।”
डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा, “यह पुस्तक ‘गुरु-शिष्य परंपरा’ को प्रतिबिंबित करती है।
इस पुस्तक में ‘गुरु शिष्य परंपरा’, ‘मेकिंग ऑफ ए क्लासिकल डांसर’, ‘क्रिएटिविटी इन डांस’, ‘यमुना- विटनेस टू कृष्ण लीला’, ‘सप्त नदी’, ‘राधा’, ‘द्रौपदी’, ‘ ायण ऐज नरेटेड बाई तुलसीदास’ जैसे छब्बीस अध्याय हैं।
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