नयी दिल्ली 12 जनवरी (कड़वा सत्य) उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने युवाओं से खुद पर विश्वास करने का आह्वान करते हुए कहा है कि वे देश के आर्थिक, औद्योगिक, वाणिज्यिक और व्यावसायिक परिदृश्य का लोकतंत्रीकरण करने जा रहे हैं।
श्री धनखड़ ने रविवार को हरियाणा के गुरुग् में मास्टर्स यूनियन के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में एक बहुत ही साधारण बात है कि हम बहुत जल्दी किसी को आदर्श बना देते हैं और उसका प्रतीक बना देते हैं। उन्होंने कहा, “हम कभी नहीं पूछते कि वह एक महान वकील क्यों हैं, वह एक महान नेता क्यों हैं, वह एक महान डॉक्टर क्यों हैं, वह एक महान पत्रकार क्यों हैं। हम बस यह मान लेते हैं कि यह है…आपको सवाल पूछना चाहिए, क्यों? एक समय था जब कौन व्यापार करता था? व्यापारिक परिवार थे, व्यापारिक राजवंश थे, उनके गढ़ थे, केवल वे ही इसे करते थे, ठीक वैसे ही जैसे सामंत शासन करते थे। लोकतंत्र ने राजनीति को लोकतांत्रिक बनाया। अब, आप देश के आर्थिक, औद्योगिक, वाणिज्यिक और व्यावसायिक परिदृश्य का लोकतंत्रीकरण करने जा रहे हैं।”
उन्होंने युवाओं से कहा कि वे खुद पर विश्वास रखें। कोई भी व्यक्ति तब तक सम्मान का हकदार नहीं है जब तक उनमें गुण नहीं हों। युवाओं की चापलूस या पाखंडी बनने की इच्छा कभी नहीं होनी चाहिए।
श्री धनखड़ ने युवाओं से कहा, “आपको वंश की आवश्यकता नहीं है, आपको परिवार के नाम की आवश्यकता नहीं है, आपको पारिवारिक पूंजी की आवश्यकता नहीं है, आपको एक विचार की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि
मानव संसाधन की अपरिहार्यता एक मिथक है। यह विचार कि ‘आपके बिना चीजें काम नहीं कर सकतीं’ सत्य नहीं है। ईश्वर ने आयु की सीमा पहले ही निर्धारित कर दी है। इसलिए, उन्होंने यह भी तय कर दिया है कि कोई अपरिहार्य नहीं हो सकता।
देश की नौकरशाही की क्षमता पर श्री धनखड़ ने कहा कि देश के पास बेहतरीन मानव संसाधन, नौकरशाही है, जो सही ढांचे में सही नेतृत्व में कोई भी बदलाव ला सकती है। युवाओं की लोकतंत्र को प्रभावी बनाने में भूमिका और संसद के प्रतिनिधियों और जन प्रतिनिधियों के कर्तव्यों को दोहराते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि युवा अब सोशल मीडिया की ताकत से यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमारे सांसद और जन प्रतिनिधि अपने शपथ का पालन करें। वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करें और अपनी कर्तव्यों का सही तरीके से पालन करें।
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कड़वा सत्य