प्रयागराज,12 सितंबर (कड़वा सत्य) मठाधीशों की तुलना माफिया से किये जाने के समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान से भड़के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि नकारात्मक सोच वाला इंसान सिर्फ विनाश ही ला सकता है।
महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने चार कोनों में प्रमुख मठों उत्तर (ज्योतिर्मठ), दक्षिण (श्रृंगेरी, कांची), पूर्व (पुरी) और पश्चिम (द्वारका) की स्थापना अद्वैत वेदांत के दर्शन का प्रचार करने और सनातन धर्म की अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए किया था। चारों पीठों के पीठाधीश्वर धर्म के मर्मज्ञ और ज्ञान के भंडार होते हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश का अनर्गल बयान उनके लिए घातक साबित हो सकता है। राजनीतिक लाभ और अहंकार मे संतो और सनातन का अपमान करके धर्म के मठाधीशों के खिलाफ तर्कहीन बयान देकर वह अपने राजनीतिक करियर का अंत करेंगे। उन्हें अपनी भूल का सुधार करना चाहिए और भविष्य में अनर्गल बयानबाजी से दूरी बनाना उनके लिए श्रेयस्कर होगा। किसी भी व्यक्ति को धर्म के विपरीत बयानबाजी करने का कोई अधिकार नहीं है। खासकर राजनेता को संयमित और सकात्मक बयान देना चाहिए। उनके वक्तव्य से समाज में सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि मठ के मठाधीश सदैव समाज के कल्याण की भावना से ओतप्रोत होकर कार्य करते हेैं जबकि माफिया कभी समाज हितैषी नहीं होता। उसके लिए अनैतिक तरीके से अपना स्वार्थ सिद्ध करना होता है।
परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि उनके बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि वह अपना मनसिक संतुलन खो चुके हैं। जिसकी सोच ही नकारात्मक होती है वो विनाश का काम करता है। अखिलेश को राजनीति की सोच से ऊपर उठकर अपने सोच में सकारात्मकता का विचार लाना श्रेयसकर होगा।
दिनेश
कड़वा सत्य