नयी दिल्ली, 09 फरवरी (कड़वा सत्य) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव तथा चौधरी चरण सिंह और महान कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का स्वागत करते हुए कहा है कि इन तीनों महापुरुषों का देश का देश के विकास में अतुलनीय योगदान रहा है।
श्री खड़गे ने सम्मान की घोषणा के बाद गदगद होकर इसका स्वागत करते हुए कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से हम श्री पी वी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न दिए जाने का स्वागत करते हैं।”
श्री राव को यह सम्मान देने पर उन्होंने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पी वी नरसिम्हा राव ने राष्ट्र निर्माण में जबरदस्त योगदान दिया है। उनकी सरकार के तहत भारत ने आर्थिक सुधारों की एक श्रृंखला के साथ एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू की जिसने आने वाली पीढ़ियों के लिए मध्यम वर्ग को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उन्होंने भारत के परमाणु कार्यक्रम में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके कार्यकाल में कई विदेश नीति उपलब्धियां हासिल हुईं जिनमें ‘पूर्व की ओर देखो’ नीति भी शामिल है। हमारे राष्ट्र की समृद्धि और विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा।”
श्री सिंह को यह सम्मान देने पर उन्होंने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह अपनी किसान समर्थक नीतियों के लिए जाने जाते हैं और देश के करोड़ों किसान – हमारे अन्नदाता और खेत मजदूर – उनका व्यापक सम्मान करते हैं। धरती पुत्र, उनके हस्तक्षेपों ने ग्रामीण भारत को मजबूत बनाने में मदद की।”
उन्होंने कहा, “प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. स्वामीनाथन को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उनके बेजोड़ योगदान के लिए जाना जाता है और हरित क्रांति के माध्यम से भारत को खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने में उनका हस्तक्षेप राष्ट्र निर्माण में एक मील का पत्थर है। सर्वोत्कृष्ट संस्था निर्माता, सर्वोपरि मानवतावादी, उन्हें “आर्थिक पारिस्थितिकी के जनक” के रूप में भी जाना जाता है, जो कि एक अत्यंत योग्य छद्म नाम है। कांग्रेस पार्टी उनके दृष्टिकोण, उनकी कड़ी मेहनत और इन राष्ट्रीय प्रतीकों की असाधारण विरासत की सराहना करती है, जिसका राष्ट्र ने हमेशा जश्न मनाया है।”
इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जय राम रमेश ने कहा, “श्री पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और डॉ एमएस स्वामीनाथन जी भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे। उनका योगदान अभूतपूर्व था, जिसका हर भारतीय सम्मान करता है।”
अभिनव,आशा