नयी दिल्ली 16 अक्टूबर (कड़वा सत्य) केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कहा कि नियामकों पर अपने असंख्य कर्तव्यों के साथ-साथ उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
दूरसंचार नियामकों के एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन के मौके पर अपने संदेश में श्री सिंधिया ने कहा कि एनटीएन का विकास नए मार्ग प्रशस्त करेगा, संचार प्रौद्योगिकियों के क्षितिज का विस्तार करेगा और विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग के मामलों और अनुप्रयोगों को बढ़ावा देते हुए अंतत: समाज के व्यापक हित में कार्य करेगा और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (यूएन एसडीजी) की दिशा में हमारी सामूहिक यात्रा को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने नियामकों से ओटीटी संचार के लिए रूपरेखा तैयार करने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का आह्वान किया।
यह सम्मेलन दिल्ली में आयोजित आईटीयू वर्ल्ड टेलीकॉम मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए-24) और इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी-24) के साथ मिलकर आयोजित किया जा रहा है। इन प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए दुनिया भर के आईटीयू सदस्य देशों, नीति निर्माताओं, नियामकों और प्रौद्योगिकी भागीदारों के अलावा अन्य हितधारकों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधि नई दिल्ली में एकत्रित हुए हैं। इस अवसर का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए, ट्राई इस एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस सम्मेलन का विषय ‘विनियमन में उभरते रुझान’ है और इसमें मानकीकरण में नियामक परिप्रेक्ष्य, अन्य गैर-स्थलीय नेटवर्क सहित उपग्रह संचार के नियामक पहलू और ओटीटी संचार सेवाओं के लिए नियामक दृष्टिकोण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करने का प्रस्ताव है।
इसमें संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की महासचिव सुश्री डोरेन बोगदान-मार्टिन, जीएसएमए के महानिदेशक मैट्स ग्रैनरीड और ट्राई के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी भी उपस्थित थे।
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कड़वा सत्य