नयी दिल्ली, 08 अगस्त (कड़वा सत्य) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात की और कहा कि जल विद्युत परियोजनाएं राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि का मुख्य आधार है, इसलिए अलकनंदा एवं भागीरथी नदी घाटी में प्रस्तावित 50 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य वाली परियोजनाओं को प्रारंभ करने की तुरंत अनुमति दी जानी चाहिए।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री धामी ने श्री पाटिल को अवगत कराया कि उत्तराखण्ड अपनी ऊर्जा जरूरत के लिए हर साल 1000 करोड़ रुपए की ऊर्जा का क्रय करता है जबकि राज्य में उपलब्ध जल स्त्रोतों से लगभग 25 हजार मेगावाट जल विद्युत क्षमता का आंकलन किया गया है, जिसमें से अब तक सिर्फ 4200 मेगावाट क्षमता का ही दोहन हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि अलकनंदा एवं भागीरथी नदी घाटी में प्रस्तावित 70 परियोजनाओं में से केवल सात पर 50 प्रतिशत से अधिक काम हो चुका है और उन पर काम रुका हुआ है, इसलिए उन पर कार्य शुरू करने के तत्काल निर्देश दिये जाने चाहिए।