• About us
  • Contact us
Friday, October 10, 2025
24 °c
New Delhi
28 ° Sat
28 ° Sun
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home देश

पानी संकट की याचिका में खामियां, सुप्रीम कोर्ट ने की दिल्ली सरकार की खिंचाई

News Desk by News Desk
June 10, 2024
in देश
पानी संकट की याचिका में खामियां, सुप्रीम कोर्ट ने की दिल्ली सरकार की खिंचाई
Share on FacebookShare on Twitter

नई दिल्ली, 10 जून (कड़वा सत्य) उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में अतिरिक्त पानी आपूर्ति का निर्देश देने की मांग वाली एक याचिका की खामियां दूर करने की उसकी ओर से दी गई मोहलत की अनदेखी पर दिल्ली सरकार की खिंचाई की और याचिका खारिज करने की चेतावनी के साथ कहा कि वह अखबारों की खबरों के आधार पर आदेश पारित नहीं कर सकता।
न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति पी बी वराले की अवकाशकालीन पीठ ने याचिकाकर्ता दिल्ली सरकार को चेतावनी दी कि वह पिछली सुनवाई की तारीख पर आश्वासन के बावजूद खामियों को दूर करने में विफल रहने के आधार पर रिट याचिका को खारिज कर देगी।
पीठ के समक्ष दलील देते हुए हरियाणा सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम दीवान ने कहा कि वह हलफनामा और स्थिति रिपोर्ट ई-फाइल नहीं कर सकती, क्योंकि दिल्ली सरकार की रिट याचिका में अभी भी खामियां हैं।
इस पर पीठ ने दिल्ली सरकार के वकील से कहा, “आपने खामियों को दूर नहीं किया है। पिछली तारीख को इस ओर ध्यान दिलाया गया था। अदालती कार्यवाही को हल्के में न लें। हम इस आधार पर याचिका खारिज करेंगे, चाहे यह याचिका कितनी भी महत्वपूर्ण क्यों न हो। पीठ ने आगे कहा जब यह बयान दिया जाता है कि आप खामियों को दूर करेंगे और वह दूर नहीं होती, तो हम उसे खारिज कर देते हैं। आपने कहा था कि आप पानी की कमी से जूझ रहे हैं‌, आज ही अंतिम तिथि पर आदेश पारित करें।”
शीर्ष अदालत ने कहा कि हलफनामा और स्थिति रिपोर्ट को रिकॉर्ड में नहीं रखा जा सकता, क्योंकि रिट याचिका में खामियों को दूर नहीं किया गया है।पीठ ने यह भी कहा, “अखबारों में बहुत-सी बातें छपी हैं। अगर हम फाइलें, जवाब और स्थिति रिपोर्ट नहीं पढ़ेंगे, तो हम अखबारों में छपी खबरों से प्रभावित होंगे। यह किसी भी पक्ष के हित में नहीं होगा।” पीठ ने कहा कि अब इस मामले की सुनवाई बुधवार को की जाएगी।
शीर्ष अदालत ने 6 जून को हिमाचल प्रदेश सरकार को निर्देश दिया कि वह मौजूदा गर्मी के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर पेयजल संकट के मद्देनजर अपने पास उपलब्ध 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी 07 जून को दिल्ली के लिए छोड़ दे।
न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की अवकाशकालीन पीठ ने आदेश पारित करते हुए अपर यमुना रिवर वाटर बोर्ड को निर्देश दिया कि वह दिल्ली को पानी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा के हथिनी कुंड में अतिरिक्त आपूर्ति को मापे। पीठ ने हरियाणा को नहरों के माध्यम से पानी का मार्ग देने का निर्देश दिया।
न्यायमूर्ति मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा था, “चूंकि हिमाचल प्रदेश दिल्ली को अतिरिक्त पानी की आपूर्ति करने के लिए तैयार और इच्छुक है, इसलिए हम उस राज्य को ऊपरी धारा से 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने का निर्देश देते हैं। जब भी हिमाचल प्रदेश द्वारा अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा, हरियाणा के हथिनी कुंड के माध्यम से अतिरिक्त पानी के प्रवाह की सुविधा प्रदान किया जाएगा, ताकि इसे दिल्ली को पेयजल के लिए उपलब्ध कराया जा सके।”
पीठ ने यह भी कहा, “हम इस तथ्य से अवगत हैं कि गंभीर संकट को देखते हुए पानी की बर्बादी नहीं होनी चाहिए।”
उच्चतम न्यायालय ने तीन जून को अपर यमुना रिवर जल बोर्ड से कहा था कि दिल्लीवासियों के सामने आने वाले पानी संकट के मद्देनजर सभी संबंधित राज्यों की एक आपात बैठक पांच जून को आयोजित कर छह जून तक शीर्ष अदालत में पानी आपूर्ति से संबंधित स्थिति रिपोर्ट पेश करें।
शीर्ष अदालत के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए हिमाचल प्रदेश ने कहा था कि वह हरियाणा के माध्यम से दिल्ली में पानी लाने वाली नहरों के जरिए अपना अतिरिक्त उपलब्ध पानी दिल्ली को देने के लिए तैयार है।
दिल्ली सरकार ने भीषण गर्मी के कारण राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर पानी संकट के मद्देनजर हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश सरकारों को एक माह के लिए अतिरिक्त पानी आपूर्ति करने का निर्देश देने की गुहार लगाते हुए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने अपनी याचिका में दिल्ली के लोगों को पानी की समस्या से जूझते देख शीर्ष अदालत से अनुरोध किया था कि वह संबंधित राज्य सरकारों को कम से कम एक महीने के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने के लिए तत्काल उचित निर्देश या आदेश जारी करे।
‘आप’ सरकार ने अपनी याचिका में कहा, “ हर व्यक्ति को पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए, क्योंकि यह उसके बुनियादी मानवाधिकारों में से एक है। पानी न केवल जीवनयापन के लिए आवश्यक है, बल्कि उसे हासिल करना उनेके लिए संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गरिमा और जीवन की गुणवत्ता की सुनिश्चित करने का एक अनिवार्य घटक भी है।”
केजरीवाल सरकार ने अपनी याचिका में कहा, ‘वर्तमान जल संकट गर्मी चरम पर होने और पानी की कमी के कारण आने वाले समय में और भी बदतर हो सकता है। पानी संकट दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोगों के गरिमापूर्ण और गुणवत्तापूर्ण जीवन के अधिकार का उल्लंघन करता है।”
गौरतलब है कि हाल में दिल्ली का तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस अधिक पहुंच गया था। फिलहाल लोगों को भीषण गर्मी से अभी तक कोई राहत नहीं मिल पाई है।
 .साहू
कड़वा सत्य

Tags: crisisDelhi GovernmentFlawsPetitionpullsSupreme CourtUPwaterखामियांखिंचाईदिल्ली सरकारपानीयाचिकासंकटसुप्रीम कोर्ट
Previous Post

भारत एक-दूसरे की चिंताओं के सम्मान पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों का पक्षधर: मोदी

Next Post

बागपत के पार्थ राणा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण

Related Posts

SC का बड़ा फैसला: शिक्षक सेवा और प्रमोशन के लिए अब अनिवार्य होगा TET, जानें किसे मिली राहत
देश

SC का बड़ा फैसला: शिक्षक सेवा और प्रमोशन के लिए अब अनिवार्य होगा TET, जानें किसे मिली राहत

September 2, 2025
भीमा कोरेगांव मामले में जमानत याचिका स्थगित
देश

भीमा कोरेगांव मामले में जमानत याचिका स्थगित

February 6, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने सीएलएटी-2025 नतीजे संबंधी सभी लंबित मामले दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया
देश

सुप्रीम कोर्ट ने सीएलएटी-2025 नतीजे संबंधी सभी लंबित मामले दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया

February 6, 2025
नीतिगत दरों पर आरबीआई के निर्णय से पहले बाजार ढेर
व्यापार

नीतिगत दरों पर आरबीआई के निर्णय से पहले बाजार ढेर

February 6, 2025
आसाराम डॉक्यूमेंट्री विवाद पर केंद्र, राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
देश

आसा  डॉक्यूमेंट्री विवाद पर केंद्र, राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

February 6, 2025
उच्चतम न्यायालय ने लंबे समय से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमितीकरण का आदेश दिया
देश

उच्चतम न्यायालय ने लंबे समय से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमितीकरण का आदेश दिया

February 5, 2025
Next Post
बागपत के पार्थ राणा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण

बागपत के पार्थ राणा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण

New Delhi, India
Friday, October 10, 2025
Mist
24 ° c
65%
9mh
32 c 24 c
Sat
33 c 24 c
Sun

ताजा खबर

क्या व्रत की अनुमति भी अब न्यायालय से लेनी होगी?

क्या व्रत की अनुमति भी अब न्यायालय से लेनी होगी?

October 10, 2025
बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन में नेतृत्व की उलझन और एनडीए में सीटों का संग्राम

बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन में नेतृत्व की उलझन और एनडीए में सीटों का संग्राम

October 8, 2025
पंजाब सरकार की ऐतिहासिक सफलता! 100% पुराने केस खत्म, ₹1.29 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित

पंजाब सरकार की ऐतिहासिक सफलता! 100% पुराने केस खत्म, ₹1.29 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित

October 8, 2025
पंजाब में निवेश की आंधी! मान सरकार के तहत पंजाब को मिली नई उड़ान!” शिवा टेक्सफैब्स ने किया 815 करोड़ का निवेश

पंजाब में निवेश की आंधी! मान सरकार के तहत पंजाब को मिली नई उड़ान!” शिवा टेक्सफैब्स ने किया 815 करोड़ का निवेश

October 8, 2025
पंजाब में शिक्षा की क्रांति! मान सरकार ने शिक्षकों को बनाया बदलाव का प्रतीक, युवाओं को दी नई उड़ान

पंजाब में शिक्षा की क्रांति! मान सरकार ने शिक्षकों को बनाया बदलाव का प्रतीक, युवाओं को दी नई उड़ान

October 7, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved