कड़वा सत्य डेस्क
लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम दौर में है और अंतिम चरण के मतदान को लेकर सभी दल प्रचार में अपना पूरा ताकत झोंक रहे हैं। भाजपा के शीर्ष नेताओं ने इस बार लोकसभा चुनाव में बिहार में ताबड़तोड़ सभाएं की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में कई चुनावी सभाएं की तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत अन्य कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी बिहार में चुनाव प्रचार किया। सातवें चरण के मतदान को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में तीन चुनावी सभाएं की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरा पर सवाल किए जाने पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया।
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषा का स्तर गिरने का आरोप लगाया साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री को संविधान का बिल्कुल ज्ञान नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री का दिन प्रतिदिन भाषा में गिरावट आ रही है। वे ऐसी भाषा बोल रहे हैं जिससे उनके समर्थकों कोभी अच्छा नहीं लग रहा है विरोधी को तो छोड़ दीजिये।
प्रधानमंत्री लगातार कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म कर देंगे। हमने प्रधानमंत्री को पांच बार पत्र लिखा जातीय जनगणना करवाने के लिए। बिहार विधानसभा का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला। हम उनसे खुद एक घंटा तक बात किये लेकिन बाद में उन्होंने मिलने के लिए मना कर दिया। कोशिश तो यही थी कि जातीय जनगणना हो और फिर आबादी के हिसाब से उसे आरक्षण मिले लेकिन प्रधानमंत्री ने मना कर दिया। हमने 17 महीने की सरकार में जातीय जनगणना करवाई और 75 प्रतिशत आरक्षण की सीमा बनाई।
मोदी जी कोई भी भाजपा शासित राज्य बता दें जहां 75 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा हो। यहां झूठ बोलने से नहीं होगा, ये बिहार है। बिहार के लोग सामाजिक स्तर से काफी जागरूक होते हैं। राजनीतिक लोग आपके झूठ प्रचार से नहीं फंसेंगे। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री को नसीहत दी कि आप संविधान की बेसिक बातों को जानिए और समझिये। प्रधानमंत्री का झूठ सामने आ गया है, गुजरात में मुस्लिम के 25 जातियों को आरक्षण दिया जा रहा है। गुजरात में मंडल कमीशन के सिफारिश के आधार पर मुस्लिम लोगों को आरक्षण दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री के धमनी में आरक्षण का विरोध है।