समरकंद (उज्बेकिस्ता) 27 सितंबर (कड़वा सत्य) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यहां कहा कि प्रवासी भारतीयों के लिए भारत की विकास कहानी से जुड़ने के अनगिनत अवसर हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रवासी भारतीयों का कल्याण और खुशहाली हमेशा भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
श्रीमती सीतारमण ने फार्मा, शिक्षा, आईटी, प र्श, कपड़ा, विनिर्माण और स्वास्थ्य सहित विविध विभागों के प्रतिनिधियों से युक्त उज्बेकिस्तान में बसे भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में साझा विरासत, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों के संदर्भ में भारत और उज्बेकिस्तान के बीच गहरे संबंध की भावना व्यक्त की। वित्त मंत्री ने गहरी और स्थायी मित्रता और सौहार्द के इस बंधन को बनाने और बढ़ावा देने में भारतीय प्रवासियों की भूमिका की भी सराहना की। वित्त मंत्री ने कहा कि उज्बेकिस्तान भारत के दिल में एक विशेष स्थान रखता है और दोनों देश रणनीतिक साझेदार हैं तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यहां के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के दूरदर्शी नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में संबंध विस्तारित और गहरे होते जा रहे हैं।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में भारत प्रौद्योगिकी और नवाचार से लेकर हरित ऊर्जा और विनिर्माण तक के क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है। प्रवासी भारतीयों के लिए भारत की विकास कहानी से जुड़ने के अनगिनत अवसर हैं, चाहे वह व्यवसाय, शिक्षा या सामाजिक पहल में हो। वित्त मंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रवासी भारतीयों का कल्याण और खुशहाली हमेशा भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
उन्होंने उज्बेकिस्तान में युवा भारतीयों को भारत के भविष्य में अपने योगदान पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया क्योंकि अगली पीढ़ी में अपार संभावनाएं हैं, और भारत ऐसे मंच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो हमारे युवाओं को सहयोग करने, नवाचार करने और समृद्ध होने का अवसर प्रदान करें।
शेखर
कड़वा सत्य