( अशोक टंडन से )
कोलकाता 13 अप्रैल ( कड़वा सत्य ) पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के मौके पर बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री (टॉलीवुड) के अभिनेता और अभिनेत्रियों ने इस बार भी धूम मचा रखी है और चुनाव की तारीख करीब आने के साथ ही ग्लैमर से भरपूर इनका चुनाव प्रचार जोर पकड़ता जा रहा है ।
फिल्मी कलाकारों को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट देने में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने इस बार भी बाजी मारी है और ऐसी छह हस्तियों को चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से घोषित उम्मीदवारों की सूची में ऐसी दो सेलीब्रिटीज को मौका मिला है।
तृणमूल कांग्रेस ने आसनसोल से शत्रुघ्न सिन्हा,वीरभूम से शताब्दी राय और घाटोल से दीपक अधिकारी को दूसरी बार चुनाव मैदान में उतारा है तथा जादवपुर से सायोनी घोष , हुगली से रचना बनर्जी और मेदिनीपुर से जून मोलिया को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले 2019 के आम चुनाव में भी तृणमूल कांग्रेस ने आसनसोल से मुनमुन सेन , वीरभूम से शताब्दी राय , घाटोल से दीपक अधिकारी , जादवपुर से मिमि चक्रवर्ती , बशीरहाट से नुसरत जहां और बेलूरघाट से अर्पिता घोष को उम्मीदवार बनाया था , लेकिन इस बार मिमि चक्रवर्ती , नुसरत जहां और अर्पिता घोष को मौका नहीं दिया।
आसनसोल सीट के लिए 2022 में उपचुनाव कराये गये थे जिसमें मुनमुन सेन की टिकट काटकर शत्रुघ्न सिन्हा को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने यहां से जबरदस्त जीत हासिल हुई थी। शत्रुघ्न सिन्हा के पिछले परफार्मेंस के दृष्टिगत 2024 में भी यहां से प्रत्याशी बनाया गया है।
भाजपा ने अब तक दो फिल्मी हस्तियों को उम्मीदवार घोषित किया है। इनमें हुगली से लाँकेट चटर्जी और और घाटोल से हिरण चटर्जी को चुनाव में टिकट दिया है। सुश्री लॉकेट चटर्जी 2019 के आम चुनाव में भी हुगली सीट से विजयी रही थी वहीं हिरण चटर्जी वर्तमान में खड़गपुर सदर के विधायक हैं। इन दोनों उम्मीदवारों का आसन्न लोकसभा चुनाव में टॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियों तथा त़णमूल कांग्रेस प्रत्याशियों रचना बनर्जी और दीपक अधिकारी से सीधा मुकाबला है।
कलाकार से नेता बनी हस्तियां पश्चिम बंगाल में जिन लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रही है , उनमें सर्वाधिक दिलचस्प और आकर्षण का केंद्र वीरभूम सीट है। वीरभूम में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार शताब्दी राय जीत की चौकड़ी लगाने के लिए कृतसंकल्पित नजर आ रही हैं।
शताब्दी राय के प्रतिनिधित्व वाले वीरभूम सीट पर आम चुनाव के प्रारंभिक दौर में 1952 , 1957 , 1962 और 1967 में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी । इसके बाद माकपा का स्वर्णिम काल आया और उसने तीन दशक से भी अधिक समय ( 1971 से 2009 ) तक वीरभूम पर राज किया। वर्ष 2009 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की ओर से शताब्दी राय ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के तिलस्म को तोड़ा और वीरभूम सीट को हथिया लिया। शताब्दी ने 2014 मे वीरभूम पर अपना कब्जा बरकरार रखा और 2019 के चुनाव में उन्होंने जीत की हैट्रिक बनायी थी।
‘ टॉलीवुड ‘ हस्तियों की उम्मीदवारी वाले सीटों मे चौथे चरण में 13 मई को आसनसोल और बीरभूम , पांचवें चरण में 20 मई को हुगली तथा छठें चरण में 25 मई को घाटल , जाधवपुर और मेदिनीपुर में चुनाव होंगे।
अशोक,
कड़वा सत्य