नयी दिल्ली, 12 फरवरी (कड़वा सत्य) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का पैसा जारी नहीं होने से श्रमिकों को हो रही परेशानी का जिक्र करते हुए राज्य सरकार को तत्काल इस मद का पैसा जारी करने का आग्रह किया है।
श्री गांधी ने अपने पत्र में कहा कि मनरेगा श्रमिकों की पीड़ा की जानकारी उन्हें ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान पश्चिम बंगाल में उनसे मिलने वाले श्रमिक प्रतिनिधियों के माध्यम से मिली। उनका कहना था कि राज्य में मनरेगा श्रमिकों का भुगतान नहीं होने से श्रमिकों को भारी पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है इसलिए उनका आग्रह है कि लंबित मजदूरी के भुगतान के लिए केंद्रीय धनराशि तत्काल जारी की जाए।
उन्होंने कहा,“ ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत जब हाल ही में मैं पश्चिम बंगाल गया था तो वहां ‘पश्चिम बंग खेत मजदूर समिति’ नाम के संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने मनरेगा श्रमिकों की समस्याओं के बारे में मुझे अवगत कराया था। मार्च, 2022 से पश्चिम बंगाल को केंद्रीय धन की रोक के कारण हमारे लाखों भाइयों और बहनों को एमजीएनआरईजीएस के तहत काम और मजदूरी से वंचित कर दिया गया है।”
कांग्रेस नेता ने शनिवार को यह पत्र श्री मोदी को लिखा और कहा,‘‘मुझे बताया गया कि धन की कमी के कारण 2021 में बहुत सारे श्रमिकों को उनके काम के बदले में भुगतान नहीं किया गया है। वर्ष 2021-22 में मनरेगा के तहत काम का लाभ उठाने वाले परिवारों की संख्या 75 लाख थी जो 2023-24 में घटकर 8,000 रह गई है।”
उन्होंने कहा,‘‘मैं केंद्र सरकार से मनरेगा मज़दूरों की लंबित मजदूरी का भुगतान करने के लिए धन जारी करने का अनुरोध करता हूं । मेरा मानना है कि सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय के लिए राजनीतिक मतभेदों से उठकर श्रमिकों को उनका हक मिलना चाहिए।’’
अभिनव.संजय