कोलकाता, 19 मई (कड़वा सत्य) बंगाल में भारी सुरक्षा इंतजामों के बीच सोमवार को सात लोकसभा सीटों पर पांचवें चरण का चुनाव होने जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस चरण में 1.25 करोड़ से अधिक मतदाता राज्य के 88 उम्मीदवारों में से सात विजेताओं को चुनने के लिए अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करेंगे। इस चरण में अब तक सबसे अधिक संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की लगभग 800 कंपनियां तैनात की गई हैं।
कुल मिलाकर एक करोड़ 25 लाख 23 हजार 702 मतदाता है जिनमें 61 लाख 72 हजार 034 महिलाएं और 348 ट्रांसजेंडर सोमवार को तीन जिलों में फैले बनगांव (एससी), बैरकपुर, हावड़ा, उलुबेरिया, से पुर, हुगली और आ बाग निर्वाचन क्षेत्रों से अपने सात विजेताओं को चुनेंगे। हुगली के से पुर में मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक 19 लाख 26 हजार 645 है जबकि बैरकपुर में सबसे कम 15 लाख 08 हजार 728 हैं।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने शनिवार को बताया कि राज्य में पांचवें चरण में मतदान करने वाले एक करोड़ 25 लाख 23 हजार 702 मतदाताओं में से कम से कम 571 लोग 100 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और 80,775 लोग 85 वर्ष से अधिक उम्र के हैं।
उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर और बोनगांव निर्वाचन क्षेत्र सबसे अधिक हिंसा-प्रवण क्षेत्र हैं, जहां ईसीआई का विशेष ध्यान है।
हालाँकि सभी क्षेत्रों में बहुकोणीय चुनावी लड़ाई होने जा रही है , लेकिन गणितीय रूप से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी मतदाताओं का ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मतदाताओं ने 2019 के चुनाव में वामपंथियों को पूरी तरह से त्याग दिया और केवल दो कांग्रेस उम्मीदवारों मुर्शिदाबाद और मालदा जिले चुना। पांच साल पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने क्रमशः 22 और 18 सीटें जीती थी।
सैनी
कड़वा सत्य