नयी दिल्ली, 27 सितम्बर (कड़वा सत्य) कांग्रेस में हिमाचल प्रदेश के शहरी विकास मंत्री बिक्रमादित्य सिंह के बयान को लेकर गहरी नाराजगी का माहौल है और आलाकमान के कहने पर यहां पहुंचे श्री सिंह पिछले दो दिन से पार्टी नेतृत्व को अपने बयान को लेकर सफाई दे रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार श्री बिक्रमादित्य और उनकी मां एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पिछले दो दिनों से पार्टी हाईकमान के समन पर राष्ट्रीय राजधानी में डेरा डाले हैं और आज उन्होंने पार्टी के कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। आलाकमान के रुख को देखते हुए श्रीमती सिंह ने कहा कि विवाद खड़ा करना उनका मकसद नहीं था।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि श्री सिंह को आज कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने अपने कार्यालय में बुलाया था और उन्हें कड़क लहजे में कहा है कि पार्टी की विचारधारा नफरत के खिलाफ है और इसको बनाए रखने का दायित्व सबका है। कोई मंत्री हो या कार्यकर्ता उसे पार्टी की विचारधारा के खिलाफ जाने का अधिकार नहीं है।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार श्री वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस एकता में विश्वास करती है। पार्टी नेता राहुल गांधी नफरत के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहे हैं। पार्टी की अपनी स्पष्ट विचारधारा है और कांग्रेस के हर नेता तथा कार्यकर्ता को इसका पालन करना है।
श्री सिंह की मां ने कहा कि नेमप्लेट का विवाद लोगों की हिफाजद के लिए है। लोग बाहर से हिमाचल आएं तो उन्हें स्वच्छ और शुद्ध भोजन मिले इसलिए नाम प्लेट जरूरी है और इसकेा लेकर एक समिति बनाई गई है। समिति में कांग्रेस के साथ ही विपक्ष के भी विधायक हैं और समिति की जो रिपोर्ट होगी उसके अनुसार आला कमान की सहमति पर निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेस आलाकमान के उनसे नाराज होने संबंधी सवाल पर श्री सिंह ने कहा कि इसमें कहीं कोई नाराजगी की बात ही नहीं है। इसमें सभी दलों के नेता शामिल हैं और सर्वदलीय समिति जो निर्णय लेगी उसे लागू करने के बारे में विचार किया जाएगा।
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कड़वा सत्य