नयी दिल्ली, 08 जनवरी (कड़वा सत्य) कांग्रेस ने कहा है कि सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बिलकिस बानो मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बेनकाब कर दुष्कर्मियों को बचाने की उसकी कोशिश का पर्दाफाश कर दिया है और भाजपा सरकार को अब मुंह छिपाने की जगह नहीं मिल रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी तथा अलका लाम्बा ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार इस फैसले के बाद से बेनकाब हो गई है। उसने बलात्कारियों को जेल में सुविधा दी थी और दुष्कर्मियों को बचाने का बार- बार प्रयास भी किया लेकिन अंतत: सत्य की जीत हुई है और भाजपा सरकार से अब मुंह छिपाते नहीं बन रहा है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मामले को अवरुद्ध करने की सैकड़ों कोशिश हुई है लेकिन श्री मोदी ने अपनी सरकार के इस रवैये पर एक शब्द नहीं बोला।
श्री सिंघवी ने कहा, “जिस तरह बलात्कारियों को बचाने की प्रक्रिया अपनाई गयी थी, अब उन्हें मुंह छिपाने की जगह नहीं मिल रही है। भाजपा के सभी जुमलों की कलई खुल गई है और भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। अगर मुंह छिपाना चाहते हैं तो आपकी चादर में आपका मुंह नहीं छिप पाएगा। जेल में रहते हुए भी सभी दोषियों को भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार ने काफी सहूलियतें दे रखी थीं। लेकिन पाप इतनी आसानी से न निपटता है और न ही आसानी से छिपता है।”
उन्होंने उच्चतम न्यायालय के फैसले को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे सत्ता को उसके घमंड का दर्पण दिखाया गया है। उन्होंने कहा 18 अक्टूबर 2022 को कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए था कि यह एक भद्दा दाग है जो छूटेगा नहीं और इसका अंतिम निर्णय भी आएगा। पार्टी ने कहा भी था कि इस मुद्दे पर बरगलाया जा रहा है और आज इसकी पुष्टि उच्चतम न्यायालय ने कर दी है।
श्री सिंघवी ने कहा “बिलकिस बानो के मामले में कई वकीलों ने सरकार की तरफ से कोर्ट में आकर बार-बार समय मांगा। आखिर में न्यायाधीश को तक कहना पड़ा कि शायद आप मेरे सेवानिवृत्त होने का इंतजार कर रहे हैं- ये कितनी शर्मनाक बात है। बिलकिस बानो जैसा मामला समाज के लिए भयानक है लेकिन फिर भी इन दोषियों को रिहा कर दिया गया। इस मामले में गुजरात सरकार का बदइरादा झलकता है और केंद्र सरकार अपना मुंह नहीं छिपा पा रही है क्योंकि उन्होंने खुद इन 11 दोषियों की रिहाई को मंजूरी तथा सहमति दी थी।”
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लाम्बा ने कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त 2022 को लाल किले से आजादी के अमृत महोत्सव पर भाषण दे रहे थे तो गुजरात में बिलकिस बानो के बलात्कारियों की रिहाई हो रही थी। पहले इन बलात्कारियों का स्वागत विश्व हिंदू परिषद के दफ्तर में होता है और बाद में भाजपा सांसद और विधायक इनके साथ मंच साझा करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद श्री मोदी और भाजपा के नेताओं को देश की करोड़ों बेटियों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि भाजपा आज बेनकाब हो चुकी है।
उन्होंने कहा “भाजपा सरकार ने पहले भी सत्ता, संख्या और ताकत के दम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को अध्यादेश से संसद में पलटने का काम किया है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि दो हफ्तों के भीतर बिलकिस बानो के बलात्कारियों को जेल वापस भेज दिया जाए। ऐसे में क्या ये बलात्कारी वापस जेल जाएंगे या भाजपा फिर सत्ता और संख्या के बल पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलट देगी और हम इन बलात्कारियों को बाहर घूमते हुए देखेंगे।”
अभिनव, यामिनी