पटना, 29 अप्रैल (कड़वा सत्य) बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 में इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया गठबंधन) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) समेत कई राजनीतिक पार्टी बोरो प्लयेर्स के सहारे चुनावी समर जीतने की कोशिश कर रही है।
इंडिया गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस बार के चुनाव में कई बोरो प्लेयर्स को जीत के इरादे से चुनावी समर में उतारा है। मधुबनी संसदीय सीट से राजद ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी को चुनावी समर में उतारा है। जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद अली अशरफ फातमी हाल ही में जदयू छोड़ राजद के खेमे में आये हैं। श्री फातमी ने दरभंगा संसदीय सीट से चार बार चुनाव जीता है।
पूर्णिया संसदीय सीट से राजद ने रूपौली की पांच बार की विधायक रही बीमा भारती को चुनावी मैदान में उतारा है। बीमा भारती हाल ही में जदयू छोड़ राजद में शामिल हुयी है। औरंगाबाद संसदीय सीट पर राजद ने टेकारी के पूर्व विधायक कुशवाहा पर दाव लगाया है। जदयू के गया जिलाध्यक्ष रहे श्री कुशवाहा भी हाल ही में राजद में शामिल हुये हैं।
वैशाली संसदीय सीट से राजद ने बाहुबली विजय कुमार शुक्ला उर्फ़ मुन्ना शुक्ला को चुनावी अखाड़े में उतारा है। श्री शुक्ला हाल ही में जदयू छोड़ राजद में शामिल हुये हैं। श्री शुक्ला ने तीन बार लालगंज विधानसभा से जीत हासिल की है। श्री शुक्ला तीसरी बार वैशाली संसदीय सीट से चुनावी अखाड़े में उतर रहे हैं।
वाल्मीकिनगर संसदीय सीट पर राजद ने दीपक यादव को प्रत्याशी बनाया है। आजीवन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ रहने का दावा करने वाले दीपक यादव ने भाजपा से इस्तीफा देकर हाल ही में राजद का दामन थामा है। दीपक यादव तिरुपति शुगर मिल ,बगहा के प्रबंध निदेशक और उत्तर प्रदेश के चर्चित बाहुबली नेता पूर्व सांसद डीपी यादव के दामाद हैं। इससे पूर्व दीपक यादव ने वर्ष 2019 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें हार मिली थी।
इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने भी बोरो प्लेयर्स को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने मुजफ्फरपुर संसदीय सीट पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद के पुत्र वर्तमान सांसद अजय निषाद को चुनावी रण में उतारा है। वर्ष 2019 के चुनाव में राजग में शामिल भाजपा प्रत्याशी अजय निषाद ने महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) उम्मीदवार राजभूषण चौधरी निषाद को पराजित किया था।इस बार के चुनाव में भाजपा ने अजय निषाद को बेटिकट कर दिया है, जिससे नाराज होकर श्री निषाद ने भाजपा का साथ छोड़ कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया है और चुनावी संग् में उतर आये हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने श्री निषाद की जगह राजभूषण निषाद को प्रत्याशी बनाया है। श्री राजभूषण इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
सासा (सु) सीट पर कांग्रेस ने मनोज कुमार को उम्मीदवार बनाया है।सासा (सु) सीट पर वर्ष 2019 में हुये आम चुनाव में (भाजपा) के छेदी पासवान ने कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद मीरा कुमार को पराजित किया था। इस चुनाव में (बसपा) उम्मीदवार मनोज कुमार तीसरे नंबर पर रहे थे।
इंडिया गठबंधन में शामिल मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी बोरो प्लेयर्स के सहारे अपनी चुनावी वैतरणी पार करने की फिराक में है।इस बार के चुनाव में गोपालगंज (सु), झंझारपुर और पूर्वी चंपारण से वीआईपी के सभी तीन प्रत्याशी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र से वीआईपी के टिकट पर पहली बार लोकसभा के रण में उतरे सुमन कुमार उर्फ सुमन कुमार महासेठ हाल ही में भाजपा से नाता तोड़ वीआईपी में शामिल हुये हैं। हालांकि इससे पूर्व वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान वह मधुबनी विधानसभा सीट से वीआईपी के प्रत्याशी रह चुके हैं, तब, उन्हें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार समीर कुमार महासेठ ने हराया था।
पूर्वी चंपारण से वीआईपी के टिकट पर पहली बार लोकसभा के रण में उतरे राजेश कुशवाहा राजद छोड़ वीआईपी में शामिल हुये हैं। पेशे सेडॉक्टर श्री कुश्वाहा वर्ष 2015 में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर केसरिया के विधायक बने थे। उन्होंने इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को पराजित किया था।वर्ष 2020 में श्री कुश्वाहा ने केसरिया सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा।
राजग में शामिल जदयू ने शिवहर संसदीय सीट से पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आंनद को चुनावी मैदान में उतारा है। लवली आनंद हाल ही मे राजद का साथ छोड़ जदयू के खेमे में आयी है।
जदयू ने सीवान संसदीय सीट से जीरादेई के पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजयलक्ष्मी को चुनावी रण में उतारा है। श्री रमेश कुशवाहा हाल ही में उपेन्द्र कुश्वाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा छोड़कर अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ जदयू में शामिल हुये हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर पूर्व सांसद अरूण कुमार जहानाबाद से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इससे पूर्व अरुण कुमार लोजपा ( विलास) में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर थे। उन्होंने कुछ दिन पहले चिराग पासवान की पार्टी लोजपा ( विलास) छोड़ दी थी। अरूण कुमार ने दो बार जहानाबाद संसदीय सीट से वर्ष 2009 और वर्ष 2014 के चुनाव में जीत हासिल की है।
देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी समर में उतरे कितने ‘बोरो प्लेयर’ सियासी पिच पर आतिशी पारी खेलने में कामयाब हो पाते हैं।
कड़वा सत्य