अयोध्या 17 अप्रैल (कड़वा सत्य) लगभग पांच सदियों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में श्री जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर में ‘भए प्रगट कृपाला दीनदयाला…’ की चौपाइयों के बीच सूर्य की किरणों ने विराजमान लला के मस्तक पर अभिषेक किया।
इस ऐतिहासिक और औलोकिक पल का गवाह मंदिर प्रांगढ़ और नगरी में मौजूद लुओं के अलावा देश दुनिया के करोड़ाें भक्त बने।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली नवमी पर दिव्य-भव्य मंदिर में ऊपरी तल से भूतल तक दर्पण दर्पण घूमती टहलती दृश्यमान देवता दिवाकर की प्रतिनिधि किरणें आज मध्य दिवस में जैसे ही लला के ललाट पर सुशोभित हुईं, टकटकी लगाए हजारों हजार आंखें खुशी से छलछला उठीं।