नयी दिल्ली, 02 मई (कड़वा सत्य) आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जान का सौदा करते हुए कोवीशिल्ड बनाने वाली कंपनी से 50.25 करोड़ रुपए की रिश्वत ली।
श्री सिंह ने आज कहा कि भाजपा ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जान का सौदा करते हुए कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी से 50.25 करोड़ रुपए की रिश्वत ली। जब कोरोना से पूरी दुनिया पीड़ित थी। भारत में लाखों लोगों की जान चली गई, श्मशान लाशों से भरे थे, तब भाजपा भ्रष्टाचार के खेल में डूबी हुई थी। प्रधानमंत्री को जानलेवा कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने के लिए देश की जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरा देश इस बात को जानकर हैरान है कि भाजपा और केंद्र सरकार को आम आदमी की जिंदगी से कोई लेना देना नहीं है। लोग मरते रहें, उनकी जान चली जाए। इस बात से भाजपा को कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा और उसकी केंद्र सरकार को हर स्थिति में रिश्वत चाहिए। उन्हें भ्रष्टाचार करना है, भले ही वो आपके मौत के नाम पर ही क्यों न मिले। भाजपा को मौत के बदले भ्रष्टाचार भी मंजूर है।
आप नेता ने कहा कि जब श्मशान में लाशें जल रही थीं, अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन नसीब नहीं हो रहा था, तब भाजपा भ्रष्टाचार के खेल में डूबी हुई थी। भाजपा ने कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को वैक्सीन बनाने ठेका दिया। जनवरी 2021 में ठेका देकर कंपनी से एक करोड़ 10 लाख डोज मांगी गई थी। इसके बाद जब यह वैक्सीन बाज़ार में आई तो इसके दुष्प्रभाव से दुनिया भर में हाहाकार मच गया। इस वैक्सीन के कई तरह के दुष्प्रभाव सामने आने लगे थे। वैक्सीन लगाने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई। इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए मार्च 2021 में जर्मनी, इटली, डेनमार्क, फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड, आयरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और ऑस्ट्रिया ने समेत दुनिया के कई देशों ने कोविशील्ड वैक्सीन को अपने देश में प्रतिबधित कर दिया। उसी समय मार्च 2021 में ही प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को 10 करोड़ डोज बनाने का और ठेका दे दिया। इसके बाद लोगों से वैक्सीन लगवाने के लिए बोला गया। सभी को प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर के साथ सर्टिफिकेट दिया गया, लेकिन अब वो तस्वीर हटा दी गई है।
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कड़वा सत्य