नयी दिल्ली,16 मई (कड़वा सत्य) इंडिया समूह के उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.उदित राज ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बार 400 पार सीटों का जो नारा लगा रही है, उसका मकसद संविधान को खत्म करके अपनी तानाशाही लागू करना है।
डॉ. राज ने यहां पार्टी कार्यालय में उनसे मिलने आये वाल्मिकी समुदाय के प्रतिनिधियों और दिल्ली नगर निगम के सैंकड़ों कर्मचारियों को संबोधित करते हुये कहा,“ इस बार हो रहा यह आम चुनाव देश और संविधान को बचाने की अग्नि परीक्षा है। मोदी सरकार अगर इस बार सत्ता में आ जाती है तो देश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को मिल रहा आरक्षण खत्म कर दिया जायेगा। यह लड़ाई तानाशाही से देश और संविधान को बचाने की है, क्योंकि बाबा साहेब डाॅ. भीम राव अम्बेडकर ने इन वर्गों की बेहतरी का जो सपना देखा था, वह इन लोगों को चुभ रहा है।”
उन्होंने कहा,“ भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राजनीति देश को हिंदू-मुस्लिम के नाम पर बांटने की रही है और वह 2014 से इसी सोच पर काम करते आ रहे हैं। ये लोग देश के अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) लोगों को हिंदुत्व के एजेंडे के तहत मंदिर-मस्जिद और धर्म के नाम पर लड़ाना चाहते हैं , लेकिन जब नौकरी देने की बात आती है, तो यही लोग उन्हें दलित और पिछड़े नजर आने लगते हैं।”
उन्होंने पिछले वर्ष भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठी महिला पहलवानों का जिक्र करते हुये कहा कि उस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनकी कोई चिंता नहीं थी और यह कहकर मुद्दा टाल दिया कि यह लड़ाई तो जाट समाज की है, लेकिन जब वोट लेने की बारी आती है तो वह जाट समुदाय को हिंदू धर्म का अहम हिस्सा करार देने लगते हैं।
श्री राज ने कहा कि वह जब 2014 से 2019 तक भाजपा सांसद थे, तो उन्होंने दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की लड़ाई के सत्ता से सवाल करने में कोई हिचक नहीं महसूस की थी और निजी क्षेत्र में आरक्षण का विधेयक भी लेकर आये थे। वह अकेले ऐसे संसद थे, जिन्होंने जनता दरबार शुरू किया था, जहां आकर कोई भी व्यक्ति अपनी परेशानी बता सकता था। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि वर्तमान लोकसभा सदस्यों में से किसी भी एससी, एसटी वर्ग के सांसद ने अपने वर्गों के हकों को लेकर कितनी आवाज उठाई है, और कितने सवाल संसद में किये हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार निजीकरण के बहाने देश को बेच रही है, और इस बार सत्ता में आने पर वह संविधान को समाप्त कर देगी। अब यह लड़ाई देश, आजादी और संविधान को बचाने की है, अगर इस तानाशाह सरकार को पराजित नहीं किया गया, तो देश के दबे कुचले वर्गों को अपने अधिकारों के लिये सैंकड़ों वर्षों और का इंतजार करना होगा।
डॉ. राज ने कहा ,“ भाजपा के शीर्ष नेताओं में इस बार अपनी हार को लेकर डर है और मोदी सरकार इस चुनाव के बाद सत्ता में नहीं आयेगी, लेकिन भाजपा को हारने के लिये हर व्यक्ति को उदित राज बनना होगा।”
उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस सत्ता में आने पर अपने घोषणा पत्र की दो गारंटी जरूर पूरा करेगी, जिसमें पहली गारंटी,,, हर शिक्षित युवा को एक लाख रुपये की एप्रेंटिस का अधिकार, और हर गरीब परिवार की एक महिला को हर साल एक लाख रुपए की सहायता देना शामिल है।
इस कार्यक्रम में वाल्मिकी समुदाय के नेता एवं दिल्ली नगर निगम मजदूर फेडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है और उसकी सोच मनुवादी है। यह चुनाव अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई है, देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि डाॅ अम्बेडकर ने संविधान के तहत हमें जो अधिकार दिये थे, भाजपा उन्हें समाप्त करने पर तुली है, मनुवादी विचारधारा के लोग इस बात को लेकर बौखलाये हुये हैं कि इस समुदाय के लोग बाइक और गाड़ियों में ऑफिस आ रहे हैं। इसी बात को लेकर दिल्ली नगर निगम में ठेका प्रथा भाजपा की देन थी, ताकि इन वर्गों को प्रगति के रास्ते पर जाने से रोका जा सके। उन्होंने वाल्मिकी समुदाय से अपील करते हुए कहा,“ इस बार भाजपा के बहकावे में नहीं आना है, नहीं तो सत्ता में आने पर वह हमें तबाह कर देगी।
दिल्ली मजदूर फेडरेशन की उपाध्यक्ष रीना बहोत ने इस मौके पर कहा कि इस बार कांग्रेस प्रत्याशी डॉ उदित राज जी को भारी मतों से विजयी बनाना है, क्योंकि यह चुनाव हमारे बच्चों के भविष्य को तय करेगा। भाजपा ने वैश्वीकरण की आड़ में आरक्षण को समाप्त किया है, जिससे दबे-कुचले वर्गों के लोग काफी परेशान हैं। देश में विकास की झूठी तस्वीर पेश की जा रही है, जबकि सच्चाई यह है कि समाज के उपेक्षित वर्गों की हालत बहुत दयनीय है।”
श्रवण,
कड़वा सत्य