मुरैना 24 जनवरी (कड़वा सत्य) केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा भारत में एक तरीख से नई एयरलाइन चालू होगी।
श्री सिंधिया सुमावली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बंधा में “विकसित भारत संकल्प यात्रा’’ के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुये कहा कि एक तारीख से भारत में नई एयरलाइन चालू होगी। उन्होंने कहा कि एरोड्रम को बड़ा हवाई अड्डा बना रहा हूं, जो आगे 50 वर्षो के लिये काम आयेगा। ढ़ाई लाख स्क्वार फिट में बनकर तैयार होगा। ऐसा भोपाल, इंदौर में भी नहीं होगा। यहां से बैंगलूरू, इंदौर, हैदराबाद और दिल्ली के लिये उड़ान भरी जायेंगी। इसके साथ ही एक प्लेन ग्वालियर से दिल्ली और अयोध्या के लिये भी जायेगा।
उन्होंने कहा कि एक तारीख से भारत में नई एयरलाइन प्रधानमंत्री के अहमदाबाद से जुड़ जायेगी, जिससे लोग आसानी से जा सकेंगे। भारत को विश्वगुरू के रूप में स्थापित करना है। जब तक एक विकासशील भारत नहीं बन जाता, तब तक निरंतर कार्य करना है। हम आत्मनिर्भर बनेगें, यह हमारा विश्वास है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 8 करोड़ अन्न दाताओं की बागडोर कृषि मंत्री के रूप में ऐदल सिंह कंषाना संभालेंगे। यह जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा कि माधव महाराज ने श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, भिण्ड, शिवपुरी, दतिया, डेस्कनगर, रतलाम, राजस्थान में कच्चे तालाव बनाये थे। वे तालाब आज भी जीवित है, जिसमें हरषी का बांध आज पूरे भारत में चिन्हित है। उन्होंने कहा कि केनाल पर भी 130 वर्ष पूर्व कार्य किया था, वे केनाल आज किसानों के लिये जीवन दायिनी के रूप में कार्य कर रहीं है।
केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर से आगरा का 6 लेन स्वीकृत हुआ है, जिसकी लागत 4 हजार करोड़ रूपये होगी। केन्द्रीय मंत्री गड़करी से इस संबंध में बात हो गई है। अब ग्वालियर से आगरा का सफर एक घंटा 15 मिनिट में पूरा कर सकेंगे।
श्री सिंधिया ने कहा कि 10 करोड़ महिलाओं को उज्जवला योजना के गैस, सिलेण्डर, गरीब कल्याण योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को राशन, 50 करोड़ लोगों को जनधन खाते, 30 करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड दिये जा चुके है। उन्होंने कहा कि 2 लाख दीदियों को एक हजार 265 करोड़ रूपये की योजना बनाई गई है। समूह की महिलायें ड्रोन का प्रशिक्षण प्राप्त करें, उन्हें निःशुल्क ड्रोन उपलब्ध कराया जायेगा। ताकि वे आत्मनिर्भर बन जायें। इस अवसर पर 9 करोड़ 69 लाख रूपये से अधिक के हितलाभ भी वितरित किये।
सं नाग