नयी दिल्ली, 02 फरवरी (कड़वा सत्य) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत विरोधी विचारों को निष्प्रभावी करने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है।
श्री धनखड़ ने आज यहां जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सामवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों से गहन प्रश्न पूछने चाहिए और भारत विरोधी विचारों को निष्प्रभावी बनाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि ऐसे झूठी कहानियां देश और विदेश में भारतीय संवैधानिक संस्थानों को कलंकित करने, बदनाम करने और अपमानित करने” की कोशिश करने वाले लोगों ने फैलाए हैं।
उन्होंने छात्रों से कहा कि वे एक ऐसे मोड़ पर बड़ी दुनिया में कदम रख रहे हैं जहां देश में “पूर्ण शासन, सकारात्मक नीतियां और एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जो विश्व स्तर पर सम्मानित और मजबूत है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि सत्ता के गलियारों को भ्रष्ट तत्वों से मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार को अब पुरस्कृत नहीं किया जाता बल्कि, कानून लागू किया जाता है।
श्री धनखड़ ने कहा, “समाज तभी बदलेगा जब आप समाज के अंतिम व्यक्ति की देखभाल करेंगे।”
सत्या,आशा