नयी दिल्ली 12 जुलाई (कड़वा सत्य) केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की।
बैठक के दौरान डॉ. मंडाविया ने एथलीटों को उनकी आवश्यकता के अनुसार सहायता प्रदान करने के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एथलीटों के लिए समग्र सहायता सुनिश्चित करने और प्रतियोगिता से पहले और उसके दौरान उत्पन्न होने वाली किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए एक समन्वय समूह की भी स्थापना की।
उन्होंने एथलीटों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को दोहराते हुए कहा, “चूंकि हमारे एथलीट तैयारी और प्रतिस्पर्धा के इस महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए यह जरूरी है कि हम सुनिश्चित करें कि वे बेहतर शारीरिक और मानसिक स्थिति में हों।”
उन्होंने इस बात संतोष व्यक्त किया कि 80 प्रतिशत से अधिक योग्य एथलीट पहले से ही यूरोप के विभिन्न स्थानों पर प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिससे उन्हें अनुकूलन संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। सरकार का लक्ष्य ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के जरिए भारतीय एथलीटों को व्यापक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है खेल गांव में भारतीय एथलीटों के लिए खेल विज्ञान उपकरणों के साथ एक रिकवरी केन्द्र उपलब्ध होगा। इसके अलावा पेरिस के पार्क ऑफ नेशंस में इंडिया हाउस की स्थापना की गई है।
उल्लेखनीय है कि पेरिस ओलंपिक में 16 खेल विधाओं में 48 महिला एथलीटों सहित कुल 118 एथलीट भाग लेंगे। पेरिस जाने वाले कुल 118 एथलीटों में से 26 खेलो इंडिया एथलीट हैं और 72 एथलीट पहली बार ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई हुए हैं।
कड़वा सत्य