मस्कट/नयी दिल्ली, 17 जुलाई (कड़वा सत्य) ओमान के मस्कट में भारतीय दूतावास ने बुधवार को कहा कि दूतावास ने मस्कट में एक शिया मस्जिद के पास सोमवार शाम को हुई गोलीबारी की घटना में मारे गए भारतीय नागरिक के शवों को स्वदेश भेजने में पूर्ण सहायता करने आश्वासन दिया है और दूतावास के अधिकारियों ने हमले में घायल हुए तीन भारतीयों से मुलाकात की है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि राजदूत अमित नारंग ने आज गोलीबारी की घटना में मारे गए भारतीय बाशा जान अली हुसैन के बेटे तौसीफ अब्बास से बात की। राजदूत ने हुसैन के शव को भारत वापस लाने के लिए परिवार को पूर्ण मदद और परिवार को अन्य सभी सहायता देने का आश्वासन दिया।
दूतावास के अधिकारियों ने उन तीन भारतीयों से भी मुलाकात की है जो गोलीबारी की घटना में घायल हुए थे। गोलीबारी में छह लोग मारे गए थे और 28 अन्य घायल हो गए थे। घायल तीनों भारतीयों का मस्कट के खौला अस्पताल में इलाज चल रहा है। भारतीय राजदूत ने तीनों भारतीयों के परिवारों से भी बात की और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
बयान में कहा गया है कि राजदूत ने संकट की इस घड़ी से निपटने और निर्दोष नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए ओमानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के लिए भी सराहना की है।
श्री नारंग ने कहा, “ वह (दूतावास) इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करता है और जो लोग घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है।”
गौरतलब है कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ओमान में एक शिया मस्जिद को निशाना बनाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें तीन हमलावरों सहित कम से कम नौ लोग मारे गए थे। इस्लामिक स्टेट के सदस्यों ने सोमवार रात मस्कट के बाहरी इलाके वादी अल कबीर मस्जिद पर हमला किया, जब शिया समुदाय के लोग आशूरा का मातम मना रहे थे।
इस हमले में मारे गए लोगों में चार पाकिस्तानी, एक भारतीय और एक पुलिस अधिकारी शामिल थे।
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कड़वा सत्य