अगरतला 29 मार्च (कड़वा सत्य) त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को पश्चिम त्रिपुरा संसदीय क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. विशाल कुमार के खिलाफ चुनाव आयोग (ईसीआई) का रुख किया और उन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार व पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव का नामांकन पत्र स्वीकार करते समय चुनाव नियमों के उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
माकपा के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि डॉ. कुमार ने बुधवार को श्री देव का नामांकन दाखिल करते समय भाजपा उम्मीदवार के साथ कम से कम 40 लोगों को अपने कक्ष के अंदर जाने की अनुमति दी थी, जबकि कानून अधिकतम पांच लोगों की उपस्थिति की अनुमति देता है।
श्री चौधरी ने आरोप लगाया कि सिपाहीजला जिले के तहत पिछले साल बॉक्सानगर और धनपुर के उपचुनाव को याद करते हुए कहा कि उस दौरान डॉ. कुमार जिला चुनाव अधिकारी और भाजपा के पक्षधर थे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि त्रिपुरा ग् ीण बैंक (टीजीबी) सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में मतदाताओं को लुभाने के लिए आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करते हुए एसएचजी को ऋण वितरित कर रहा है जबकि लोकसभा के मौजूदा सांसद रेबती त्रिपुरा ने धलाई जिले में पीएमकेवीवाई के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
माकपा नेता ने आरोप लगाया,“चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का ऋण जारी करना एमसीसी का उल्लंघन है लेकिन सरकारी योजनाओं का उपयोग करके सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में चुनावी लाभ हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है।”
उन्होंने ईसीआई से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया तथा चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक किसी भी प्रकार का ऋण जारी करने पर तुरंत रोक लगाने की गुहार लगायी।
श्री चौधरी ने आगे आरोप लगाया कि ऐसे समय में जब सत्तारूढ़ भाजपा नेताओं को निषिद्ध क्षेत्र के भीतर उनके कक्ष के करीब एक मंच से चुनावी रैलियों को संबोधित करने की अनुमति दी गई थी। वहीं माकपा के अनुयायियों को निषिद्ध रेखा से बहुत दूर एक बिंदु पर रोका गया था।
उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर के पक्षपातपूर्ण रवैये को देखते हुए ईसीआई से तत्काल उन्हें हटाने की मांग की।
,
कड़वा सत्य